- दिल्ली में 23 मार्च सुबह 6 बजे से 31 मार्च तक लॉकडाउन
- दिल्ली में कोविड-19 के कुल 27 मामले सामने आए हैं
- सीएम ने कहा- कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी है
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली में सोमवार सुबह 6 बजे से 31 मार्च तक राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की गई थी लेकिन इसके बावजूद सोमवार को लोग घरों से बाहर नजर आए। अब राजधानी दिल्ली में धारा 144 के साथ कर्फ्यू लगा दिया गया है। सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आने के बाद कड़े कदम उठाने होंगे। कर्फ्यू के बीच कुछ लोग जो लोगों को जरूरी सामान मुहैया कराएंगे, उनके लिए कर्फ्यू पास जारी किए जाएंगे।
दिल्ली में कोरोना वायरस पर सोमवार को आई जानकारियां-
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमा चौकियों को सील करने के साथ ही कहा कि जरूरी सामान मुहैया कराने से जुड़े लोगों को कर्फ्यू पास (अनुमति पत्र) जारी करेगी। सोमवार को निषेधाज्ञा आदेशों का ठीक तरह से पालन नहीं होने के चलते पुलिस ने यह फैसला किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि मीडियाकर्मियों को पास की जरूरत नहीं होगी और उनके पहचानपत्र ही काफी होंगे।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिया कि वह दिल्ली के मुस्तफाबाद ईदगाह, राहत शिविर में COVID-19 महामारी को देखते हुए डॉक्टरों, सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों, आपातकालीन चिकित्सा के उपकरणों के साथ उस जगह एक स्वास्थ्य सुविधा स्थापित करने के लिए कहा है, जहां दिल्ली हिंसा के पीड़ित रह रहे हैं।
धारा 144 लागू: दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसवी श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर, दिल्ली में सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है। हम उम्मीद करते हैं कि सभी लोग आवश्यक सेवाओं से संबंधित लोगों के अलावा घर पर रहेंगे। प्रतिबंधों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चलती रहेगीं 50 प्रतिशत बसें: जरूरी सेवाओं के लिए राजधानी में आवाजाही करने वाले लोगों के लिए दिल्ली में डीटीसी की 50 प्रतिशत बसों को चलाना जारी रखा जाएगा। सीएम केजरीवाल ने इस बारे में घोषणा करते हुए कहा, 'मुझे सूचित किया गया है कि डीटीसी बसों की संख्या कम होने के कारण अस्पतालों, दिल्ली जल बोर्ड, बिजली बोर्ड और अन्य आवश्यक सेवा विभाग के कई कर्मचारियों को कार्यालयों तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। कल से डीटीसी बसों का 50 प्रतिशत बेड़ा परिचालन में रहेगा।'
- दिल्ली में लॉकडाउन के बीच इंडिया गेट के पास भीड़ और वाहनों की आवाजाही कम हो गई है।
दिल्ली में कोरोना के 30 पॉजिटिव
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के 30 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं- इनमें से 23 लोग विदेश से लौटे हैं और अन्य 7 इनके परिवार के सदस्य हैं। वर्तमान में दिल्ली की स्थिति नियंत्रण में है। सभी से अनुरोध है कि लॉकडाउन का पालन करें।
मणिपुरी महिला पर थूक कर कहा- कोरोना
दिल्ली पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ IPC की धारा 509 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी ने कल रात उत्तरी दिल्ली के विजय नगर इलाके में एक मणिपुरी महिला पर थूक कर उसे "कोरोना" कहा था। दिल्ली सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन के चलते कैब ऑपरेटर उबर ने शहर में सभी सवारी सेवाओं को अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई
सीएम ने कहा कि हमें पता है कि लोगों को कठिनाइयां आएंगी लेकिन कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी है। केजरीवाल ने कहा कि 5 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होगी और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग जरूरी चीजों के लिए घरों से बाहर निकलते हैं उनकी बात पर भरोसा किया जाएगा।
खुली रहेंगी दूध, किराना, दवा की दुकानें
केजरीवाल के मुतातबिक दूध की दुकानें, किराना दुकानें, दवा की दुकानें और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे, वहीं जरूरी सेवाओं से जुड़े सभी लोगों को इस दौरान आवागमन की अनुमति दी जाएगी।
डीटीसी बसें चलेंगी, सभी उड़ानें रद्द
केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन में सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन नहीं चलेगा और दिल्ली की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा, लेकिन स्वास्थ्य, खानपान, जल और विद्युत आपूर्ति आदि से संबंधित आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को गतंव्य तक पहुंचाने के लिए डीटीसी की 25% बसें चलेंगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सस्पेंड किया जा रहा है।
लॉकडाउन में कंपनियों को देना होगा वेतन
सीएम ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर के दफ्तरों को लॉकडाउन के दौरान अपने कर्मचारियों को वेतन देना होगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को काम पर माना जाएगा और कंपनियां पगार नहीं काटेंगी।