नई दिल्ली: बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ट्विटर पर आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने का कोई मौका नहीं छेड़ते। उन्होंने दिल्ली सरकार को कोरोना के खिलाफ स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षा उपकरणों को खरीदने के लिए 1 करोड़ रुपए की पेशकश की। इस पर केजरीवाल ने गंभी को जवाब दिया कि समस्या पैसे की नहीं, बल्कि पीपीई किट की उपलब्धता की है। इस पर अब गंभीर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को जवाब दिया है।
दरअसल, 4 अप्रैल को केजरीवाल ने कहा कि हम पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट्स की कमी से जूझ रहे हैं। हमने इस संबंध में केंद्र को लिखा है, लेकिन हमें अभी तक एक भी किट प्राप्त नहीं हुई है। इस पर गंभीर ने कहा, 'सुबह से शाम तक TV पर प्रचार के करोड़ों अगर PPE Kits पर लगाते तो जनता का कुछ भला हो जाता। 2 हफ्ते पहले मैंने PPE Kits और मास्क के लिए 50 लाख देने की बात की थी, आज तक कोई फीडबैक नहीं आया। अब केंद्र से मांग रहे हैं। केजरीवाल के दो हथियार, घड़ियाली आंसू और विक्टिम कार्ड।
फिर 6 अप्रैल को गंभीर ने ट्वीट कर कहा, 'मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके उप मुख्यमंत्री ने कहा था कि कोष की जरूरत है, लेकिन उनका अह्म मेरे सांसद निधइ से 50 लाख रुपए लेना स्वीकार नहीं कर रहा। इसलिए मैं 50 लाख रुपए और जोड़ रहा हूं, ताकि निर्दोष लोगों को परेशानी न हो। एक करोड़ रुपयों से कम से कम मास्क और पीपीई की तात्कालिक जरूरत पूरी हो जाएगी। उम्मीद है कि वे दिल्ली को प्राथमिकता देंगे।'
इस पर केजरीवाल ने जवाब दिया, 'गौतम जी, आपके प्रस्ताव के लिए धन्यवाद। समस्या पैसे की नहीं, बल्कि पीपीई किट की उपलब्धता की है। अगर आप तुरंत कहीं से लाने में हमारी मदद करते हैं तो हम आभारी होंगे, दिल्ली सरकार उन्हें खरीद लेगी। धन्यवाद।'
गंभीर को केजरीवाल के जवाब का इंतजार
इस पर गंभीर ने जवाब दिया कि अरविंद जी, पहले आप और आपके उपमुख्यमंत्री रुपयों की कमी का दावा करते हैं। अब आप उनके विरोधाभासी बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि किटों की कमी है। कोई बात नहीं, 1,000 पीपीई किट प्राप्त कर लिए हैं। कृपया मुझे बताएं कि उन्हें कहां भिजवाया जा सकता है। बातों का समय खत्म हो चुका है, यह काम करने का समय है। बेसब्री से आपके जवाब की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
दिल्ली को 27000 PPE किट आवंटित
हालांकि सोमवार को केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 27,000 पीपीई किट दिल्ली को आवंटित किए गए हैं। 4 अप्रैल को मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था, 'मैंने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए भी आपदा फंड की मांग की है। केंद्र ने राज्यों को कोरोना से लड़ने के लिए, आपदा फंड से 17 हजार करोड़ जारी किए लेकिन दिल्ली को इसमें एक रुपया भी नहीं दिया। इस समय पूरे देश को एक होकर लड़ना चाहिए। इस तरह का भेदभाव दुर्भाग्यपूर्ण है।'