नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप चीन से शुरू हुआ, जो अब पूरी दुनिया में फैल गया है। चीन सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। यहां सबसे ज्यादा 80,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं, और 3200 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इस मुसीबत की घड़ी में भारत ने आगे आकर चीन की मदद की। भारत ने 26 फरवरी 2020 को चीन को 1 लाख मास्क, 5 लाख ग्लव्स और अन्य आपातकालीन चिकित्सा उपकरण सहित 15 टन चिकित्सा सहायता प्रदान की।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में ये आंकड़े बताए। जवाब में कहा गया, 'ये आपूर्ति भारतीय वायु सेना के C-17 विमान से की गई, जो वुहान, चीन में उतरा। यह सहायता चीन के लोगों के प्रति भारत के लोगों द्वारा मित्रता और एकजुटता के प्रतीक के रूप में प्रदान की गई थी क्योंकि दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
भारत द्वारा चीन को भेजी गई चिकित्सा आपूर्ति इस प्रकार है:
- सर्जिकल मास्क 1 लाख पीस
- सर्जिकल ग्लव्स 5 लाख जोड़े
- इंफ्यूजन पम्पस 75 पीस
- एंटरनल फीडिंग पम्पस 30 पीस
- डिफिब्रिलेटर 21 पीस
- N-95 मास्क 4000 पीस
विदेश मंत्रालय ने ये भी बताया कि 276 भारतीय विदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जिनमें ईरान में 255, यूएई में 12, इटली में 5, और हांगकांग, कुवैत, रवांडा और श्रीलंका में 1-1 शामिल हैं।'