नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से किए गए 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन से देशभर के दिहाड़ी मजदूरों और गरीबों पर बहुत बड़ी आपदा आई है। काम और पैसा ना होने की वजह से हजारों की संख्या में मजदूर अपने-अपने गृह नगरों की ओर निकल पड़े हैं। हालांकि रास्ते में पुलिस द्वारा या लोगों द्वारा उनकी मदद की जा रही है। कई जगह पर्याप्त हो पा रही है तो कई जगह अभी भी स्थिति दयनीय है।
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दूसरे राज्यों से आए यूपी, बिहार के लोगों के लिए लगातार काम कर रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने बताया कि सीएम योगी इन लोगों के लिए रात में जाग-जाग कर काम कर रहे हैं। उन्होंने रातों रात घरों से जगाकर परिवहन अधिकारी, ड्राइवर और कंडक्टर बुलाए और रातों रात 1000 बसों का इंतजाम किया।
उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने रातभर जाग कर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ आदि इलाकों में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। रात में ही इन लोगों और बच्चों के लिए भोजन का इंतजाम कराया गया।
केजरीवाल पर निशाना
मृत्युंजय कुमार ने इससे पहले ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली की सीमा से लाखों लोग उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। दिल्ली सरकार लोगों को रोक नहीं पा रही है। डीटीसी की बसों से उत्तर प्रदेश की सीमा पर लोगों को छोड़ा जा रहा है। अरविंद केजरीवाल जी से अनुरोध है कि दिल्ली में लोगों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराएं ताकि लोग वहां रुक सकें।'
सीएम योगी ने की लोगों से अपील
वहीं योगी आदित्यनाथ ने अपील भी की थी कि जो लोग जहां हैं वहीं रुकें, उनके लिए रहने खाने की व्यवस्था की जाएगी। इस बारे में यूपी के सभी अधिकारियों को समुचित निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के समस्त नागरिकों से और प्रदेश के बाहर रह रहे समस्त नागरिकों से भी मेरी अपील है कि जो जहां है, वहीं रुकें, सरकार उनकी पूरी सुविधा का ध्यान रखेगी। कोई समस्या उनके सामने न आने पाए इस पर सरकार का पूरा फोकस है। मैं देख रहा हूं कि बहुत सारी जगहों पर खास तौर पर हमारे श्रमिक वर्ग के लोग पैदल ही सड़क पर निकल जा रहे हैं। ऐसे न निकलें क्योंकि आपके साथ बीमारी भी आ सकती है और आपके कारण तमाम लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है।