इंदौर : देशभर में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 12,759 मामले सामने जा चुके हैं, जबकि 420 लोगों की जान गई है। देश के जिन राज्यों में कोरोना सबसे अधिक कहर ढा रहा है, उनमें मध्य प्रदेश भी शामिल है, जहां आंकड़ा 1100 के पार पहुंच गया है। राज्य में कोरोना वायरस से सबसे अधिक तबाही इंदौर में हुई है, जहां 700 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
'23 मार्च तक नहीं हुआ था टेस्ट'
इंदौर में हालात की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने 13 विशेष अधिकारियों की तैनाती भी की है, पर हालात यहां अब भी गंभीर बने हुए हैं। यहां गुरुवार को भी 100 से ज्यादा मामले सामने आए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि मध्य प्रदेश में 23 मार्च तक कोई टेस्ट ही नहीं हुआ था, क्योंकि यहां कोई लैब नहीं था। लेकिन अब पूरे राज्य में तेज गति से जांच हो रही है, जिसमें इंदौर पर खास फोकस है।
'इंदौर को 11 जोन में बांटा गया'
उन्होंने कहा कि राज्य में अब रोजाना 1200 टेस्ट हो रहे हैं और दिल्ली व नोएडा के लैब में भी सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। इंदौर में 10 लाख की आबादी पर 2100 टेस्ट किए जा रहे हैं। शहर को 11 जोन में बांटा गया है और लोगों का हेल्थ सर्वे किया जा रहा रहा है। अब तक इंदौर में 3.90 लाख लोगों के हेल्थ सर्वे किए जा चुके हैं।
इंदौर में एक दिन में 110 मामले
उनका यह बयान ऐसे समय में आय है, जबकि मध्य प्रदेश में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 142 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 110 इंदौर के हैं। भोपाल से 12 और खांडवा से 17 मामले आज सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1120 हो गई है। राज्य में अब तक 53 लोग इस घातक संक्रमण से दम तोड़ चुके हैं, जबकि 70 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।