मनी लॉन्ड्रिंग केस में एनसीपी के कद्दावर नेता नवाब मलिक जेले में हैं। सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने जमानत की अर्जी लगाई थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था। जस्टिस रोकड़े ने कहा कि डी गैंग से अभी भी नवाब मलिक के संबंध है। ईडी ने कहा था कि मलिक के, शाह वली खान, हसीना पार्कर से संबंध थे। उन्होंने गोवा कंपाउंड हासिल करने के लिए साजिश रची थी। नवाब मलिक पर आरोप है कि वो इन लोगों की मदद से धन उगाही का काम करते थे और रकम हासिल करने के बाद हवाला के जरिए पैसों को इधर से उधर किया करते थे। कोर्ट के कमेंट पर एनसीपी नेता माजिद मेमन ने कहा कि अभी वो कोर्ट की टिप्पणी का अध्ययन करने के बाद किसी तरह का बयान देंगे। लेकिन एक बात तो साफ है कि नवाब मलिक को प्रतिशोध के तहत फंसाया गया है।
कोर्ट ने क्या टिप्पणी की
दाऊद की बहन के संपर्क में थे नवाब मलिक
नवाब मलिक पर कई गंभीर आरोप
दाऊद की बहन से नवाब मलिक ने कई दफा मीटिंग की थी
हसीना पारकर से कई दफा मीटिंग हु
नवाब मलिक पर कोर्ट की बड़ी टिप्पणी, दाऊद से थे संबंध
सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली थी राहत
मनी लॉन्ड्रिंग केस में नवाब मलिक को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली थी। उन्होंने अंतरिम रिहाई के लिए अर्जी लगाई थी लेकिन अदालत से उसे खारिज कर दिया। बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग समेत कई मामलों में नवाब मलिक प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। हाल ही में उनकी सभी संपत्तियों को जब्त भी किया गया था।सुप्रीम कोर्ट, नवाब मलिक की याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हुआ था। मलिक ने अपनी अर्जी में धन शोधन मामले में उन्हें जेल से तत्काल रिहा करने का अनुरोध किया था।