नई दिल्ली : भारत बायोटेक ने गुरुवार को कहा कि COVAXIN अब वयस्कों और बच्चों के लिए एक सार्वभौमिक टीका (universal vaccine) है। COVID-19 के खिलाफ एक वैश्विक वैक्सीन विकसित करने के हमारे लक्ष्य हासिल कर लिए गए हैं और लाइसेंस के लिए सभी प्रोडक्ट डवलपमेंट पूरा कर लिया गया है।
उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को कहा कि भारत में 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए 3 जनवरी को टीकाकरण शुरू होने के बाद से इस कैटेगरी के 3 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है। मंत्री ने कहा कि युवा भारत के बीच जिम्मेदारी और उत्साह की महान भावना।
मांडविया ने ट्वीट किया कि 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के तीन करोड़ से अधिक किशोरों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक मिली है। मैं अपने सभी पात्र किशोर मित्रों से जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टीके की 26,73,385 से अधिक एहतियाती खुराक स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 60 वर्ष तथा उससे अधिक उम्र के लोगों को दी गई है। सुबह सात बजे तक की अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 76 लाख से अधिक खुराक (76,32,024) दिए जाने के साथ भारत का कोविड-19 टीकाकरण दायरा बढ़कर 154.61 करोड़ से अधिक हो गया है।
देश भर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हुआ था। अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था। कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण एक मार्च से शुरू हुआ, जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारी से ग्रस्त 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण आरंभ हुआ।
देश में एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू हुआ। इसके बाद सरकार ने एक मई से 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति देकर अपने टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया। 15-18 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों के लिए इस साल तीन जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण शुरू हुआ।
देश में वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों, चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात कर्मियों सहित अग्रिम मोर्चे के कर्मियों तथा गंभीर बीमारी से ग्रसित 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक देने की शुरुआत हुई है।