- कोविड-19 संक्रमण के बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता करीब नौ महीने तक बरकरार रहती है
- मामलों में तेजी से वृद्धि के मद्देनजर सतर्कता बढ़ाने की जरूरत
- 8 जिलों से कोविड-19 के साप्ताहिक संक्रमण के 10 प्रतिशत से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में 33 दिनों के बाद कोविड 19 के 10,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। मामलों में तेज वृद्धि को देखते हुए कड़ी निगरानी की आवश्यकता है। भारत के 14 जिलों में साप्ताहिक मामले की सकारात्मकता दर 5-10% के बीच है।
भारत के 8 जिले 10% से अधिक साप्ताहिक सकारात्मक दर है। साप्ताहिक मामलों और सकारात्मकता दर के आधार पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक और गुजरात चिंता के विषय के रूप में उभरने वाले राज्य हैं। उन्होंने कहा कि भारत में पिछले सप्ताह औसतन 8,000 से अधिक मामले प्रति दिन दर्ज किए गए। कुल मिलाकर मामले की सकारात्मकता दर 0.92% है। 26 दिसंबर के बाद से देश में रोजाना 10,000 मामले सामने आ रहे हैं।
मिजोरम के 6 जिलों, अरुणाचल प्रदेश के एक जिले, पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित 8 जिलों में 10% से अधिक की साप्ताहिक सकारात्मकता दर नोट की जा रही है। भारत में ओमीक्रोन के 961 मामले हैं, जिनमें से 320 रोगी ठीक हो चुके हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि 121 देशों में ओमीक्रोन का पता चला है। दुनिया भर में 330379 मामले हैं और 59 की मौत हुई है। WHO के 28 दिसंबर के अपडेट के अनुसार, ओमीक्रोन प्रमुख वेरिएंट के रूप में उभर रहा है। डेल्टा की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम लेकिन अधिक डेटा आने की आवश्यकता है।
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लव अग्रवाल ने कहा कि भारत में लगभग 90% वयस्क आबादी को पहली खुराक लग चुकी है। आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि सभी कोविड टीके चाहे वे भारत, इजरायल, अमेरिका, यूरोप, यूके या चीन के हों, मुख्य रूप से रोग-संशोधित होते हैं। वे संक्रमण को नहीं रोकते हैं। एहतियाती खुराक मुख्य रूप से संक्रमण की गंभीरता को कम करने, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु रोकने के लिए है। टीकाकरण से पहले और बाद में मास्क का उपयोग जरूरी है और सामूहिक समारोहों से बचना चाहिए। कोविड-19 संक्रमण के बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता करीब नौ महीने तक बरकरार रहती है।
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