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कोविड किन मायनों में अब हो रहा है खतरनाक, भारत को क्यूं संभलकर रहने की है जरूरत

श्वेता सिंह | सीनियर असिस्टेंट प्रोड्यूसर
Updated Sep 07, 2020 | 16:17 IST

Covid-19 theat: कोरोना से लड़ना और देश की गिरती अर्थव्यवस्था को संभालना दोनों सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन जब बात जान की हो, तो उसके आगे सबकुछ थम जाता है।

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
भारत में तेजी से पैर फैला रही कोरोना महामारी।
मुख्य बातें
  • सार्वजनिक जगहों के खुलने से खत्म हो जाएगी सामाजिक दूरी
  • मॉल के खुलने से बढ़ सकती हैं महामारी की दिक्कतें
  • मेट्रो सेवाओं के बहाल होने से कोरोना पकड़ सकता है रफ्तार

9 सितंबर से राजधानी दिल्ली में बार खुल जाएंगे। जी हां, भले ही आपके खून में कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है, लेकिन शराब की लत और उसका शौक उससे कहीं अधिक जरूरी है। दिल्ली में बार का खोला जाना आपकी सेहत के लिए तो जरा भी फायेदेमंद नहीं है, लेकिन हां, सरकार के रिक्त होते कोष के लिए बहुत आवश्यक है। खैर मैं यहां दिल्ली सरकार या केंद्र की बखिया उधेड़ने में नहीं लगी हूं, बल्कि आपकी सुरक्षा की बात कर रही हूँ। देश में कोरोना का कहर पहले से अधिक खतरनाक हो गया है, लेकिन आप उतने ही लापरवाह हो गए हैं। इस वक्त और भी संभलकर आपको चलना होगा। 

कोविड इन मायनों में अब और खतरनाक हुआ
भले ही अभी आपके बच्चों के स्कूल, कॉलेज नहीं खुले हैं, लेकिन बाकी कई जगहें खुल रही हैं। मेट्रो सेवाओं से लेकर बाजार, होटल्स, स्ट्रीट फूड की दुकाने सभी तो खुल गईं। सुरक्षा की धज्जियां तो वैसे ही उड़ाई जा रही हैं। शाम को बाजार में चाय की दुकान पर चाय पीने वालों और कोरोना को धता बताने वालों की भीड़ बढ़ गई है। आपको इस भीड़ से सावधान रहना है। इनकी जमात के आसपास रहना भी आपके और आपके परिवार के लिए सुरक्षित नहीं है।

आकर्षित करते ये मॉल हैं जी का जंजाल  
कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या अब और बढ़ रही है। भारत तेजी से कोरोना की चपेट में फंसता जा रहा है और सरकार अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए धीरे-धीरे सभी चीजों को नियमों की जंजीर से मुक्त करती जा रही है। कोरोना से लड़ना और देश की गिरती अर्थव्यवस्था को संभालना दोनों सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन जब बात जान की हो, तो उसके आगे सबकुछ थम जाता है। आपके शहर में खुलते मॉल आपको बहुत आकर्षित करेंगे, लेकिन आपको उस भीड़ में शामिल होने की कोई आवश्यकता नहीं है। जिस तरह से काजल की कोठरी में जाने से आप कालिख लगने से नहीं बच सकते, ठीक उसी तरह कोरोना से बचाव के लिए अगर आपने सामाजिक दूरी का ध्यान नहीं रखा, तो आप भी इसकी गिरफ्त में आ सकते हैं।  

घर के पुरुषों से आ सकती है घर में ये बीमारी
ये ऐसा वक्त आ गया है जब आपकी सरकार आपकी सुरक्षा से मुक्त हो चुकी है। अपनी और परिवार की सुरक्षा अब आपके हाथ में है। घर के बड़े होने के नाते आपको और अधिक जिम्मेदारी निभानी होगी। ऑफिस जाना तो आपकी जरुरत है, लेकिन इस वक्त दोस्तों के साथ सिगरेट पीना, शाम को घर आने से पहले होटल्स में जाना या फिर बार में जाकर शराब पीना न सिर्फ आपके लिए बल्कि पूरे परिवार को खतरे में डाल सकती है। ऐसे वक्त में आपको और संजीदा होने की जरूरत है।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट जेब के लिए सुविधाजनक लेकिन स्वास्थ्य के लिए खतरा
निजी वाहन से अबतक यात्रा करना फिर भी ठीक था, लेकिन अब सरकार द्वारा, मेट्रो सेवाएं, और दूसरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का शुरू होना कोरोना को आपके घर तक पहुंचाएगा। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यातायात करना आपकी जेब के लिए भले ही सुविधाजनक हो, लेकिन आपके स्वास्थ्य के लिए तनिक भी ठीक नहीं है।

सामाजिक दूरी कैसे जब खुल रही हैं सार्वजनिक जगहें
कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय है सामाजिक दूरी, लेकिन सवाल उठ रहा है कि जब सारी सार्वजनिक जगहें खुल जाएंगी, लोग अपने घरों से बाहर आने लगेंगे, सड़कों पर पहले जैसी भीड़ होने लगेगी, तो अरबों की जनसंख्या वाले इस देश में सामाजिक दूरी कहां रह जाएगी !

देश को हर तरह से मजबूत भी करना है, चीन जैसे दुश्मनों को जवाब भी देना है और लुढ़कती अर्थव्यवस्था को मजबूती भी देनी है, इसलिए सरकार का बोझ आपको हल्का करना होगा। ये आप किसी और के लिए नहीं बल्कि अपने और अपने प्रियजनों के लिए करेंगे। बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर जाएं। जितना हो सके सामाजिक दूरी और सुरक्षा का ख्याल रहें।

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