नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें भारत कई देशों से आगे नजर आ रहा है। उसने पड़ोसी मुल्क चीन को भी पीछ़े छोड़ दिया है, जहां से कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। वैक्सीनेशन की रेस में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका से भी आगे है।
भारत ने 85 दिनों में टीकाकरण का जो रिकॉर्ड बनाया है, उसमें कई देश पीछे नजर आ रहे हैं। यहां वैक्सीनेशन की प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरू हुई थी, जिसके बाद से 85 दिनों में 10 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज लोगों को दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया का सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाने वाला देश बन गया है।
दुनिया में शीर्ष पर भारत
भारत ने 85 दिनों में जहां 10 करोड़ से अधिक टीकों की डोज दी, वहीं अमेरिका को वैक्सीन की 10 करोड़ डोज लगाने में 89 दिन लग गए। चीन इस मामले में कहीं अधिक पीछे है, जिसे 10 करोड़ वैक्सीन डोज लगाने में 102 दिन लग गए। यही हाल ब्रिटेन का भी रहा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, टीकाकरण के मामले में भारत दुनिया में शीर्ष पर है। देश में इस वक्त रोजाना टीकों की औसतन 38 लाख 93 हजार 288 खुराक दी जा रही है। इसके मुताबिक, भारत ने 85 दिनों में जहां 10 करोड़ से अधिक टीके लगाए, वहीं अमेरिका ने नौ करोड़ 20 लाख, चीन ने छह करोड़ 10 लाख और ब्रिटेन ने दो करोड़ 10 लाख से कुछ अधिक टीके लगाए।
8 राज्यों में सर्वाधिक टीकाकरण
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में अब तक जो टीकाकरण हुआ है, उसमें 60.62 फीसदी से अधिक आठ राज्यों में हुआ है। इनमें महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल शामिल हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने भारत में सबसे तेज टीकाकरण को दर्शाने वाला एक चार्ट ट्विटर पर शेयर करते हुए इसे 'स्वस्थ व कोरोना मुक्त भारत के लिए एक मजबूत प्रयास' बताया।
भारत में टीकाकरण के पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को शामिल किया गया, जिसके बाद 2 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीकों की डोज लगाई गई। 1 मार्च से शुरू हुए अगले चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के ऐसे लोगों का टीकाकरण किया गया, जो पहले से अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं। देश में 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।