- DCGI ने भारत में दो कोविड19 वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी
- COVID19 वैक्सिनेशन के लिए पहले होगा रजिस्ट्रेशन और होगी कई दस्तावेजों की जरूरत
- कुछ ही समय बाद शुरू होगा कोरोना के टीकाकरण का अभियान
नई दिल्ली: नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में दो कोविड19 वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। इनमें से एक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और दूसरी क्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड है। अगले कुछ महीनों के दौरान 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाने की योजना है और इसकी शुरूआत फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ हुई है। कोविड 19 के वैक्सिनेशन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कुछ जरूरी सवाल और उनके जवाबों की सूची तैयार की है जिन्हें जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। यहां हम आपको वैक्सिनेशन से संबंधित सभी जरूरी सवालों का जवाब दे रहे हैं।
सरकार ज्यादा जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करेगी। इसमे तीन समूहों की पहचान की गई है जो इस प्रकार है-
- पहले ग्रुप में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स का समूह शामिल है।
- दूसरे ग्रुप में वो लोग शामिल हैं जिनकी उम्र 50 साल से अधिक है और शख्स को कुछ गंभीर बीमारियां हैं।
- इसके बाद जिन्हें आवश्यकता है उन्हें वैक्सीन दी जाएगी।
नियंत्रण प्राधिकरणों द्वारा जरूरी सुरक्षा मानकों की जांच और मंजूरी के बाद ही पूरे देश में टीकाकरण अभियान की शुरूआत की जा रही है।
पहले कोई व्यक्ति कोरोना से संक्रमित रहा हो या नहीं, सभी को टीका लगवाने की सलाह दी जाती है क्योंकि वैक्सीन से आपकी प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत होगी।
फिलहाल जिस तरह का समय है उसके अनुसार संक्रमित शक्स को तुरंत प्रभाव से वैक्सीनेशन केंद्र जाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, 14 दिन बाद ही टीका लगवाएं।
नहीं, सरकार ने अभी ड्राई रन में जिस नीति को अपनाया है उसके अनुसार जिलों, कस्बों, गावों में मौजूद सरकारी अस्पतालों या अन्य केंद्रों पर वैक्सिनेशन के केंद्र बनाए गए हैं या फिर बनाए जा रहे हैं। आपको नियमित रूप से जानकारी देकर केंद्र पर जाकर ही टीका लगवाना होगा।
भारत विश्व में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को चला चुका है और 26 मिलियन नवजातों था 29 मिलियन गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण कर अभियान को सफलतापूर्वक पूरा कर चुका है। इस टीकाकरण अभियान के लिए जरूरी संसाधनों को और मजबूत किया जा रहा है।
जी बिल्कुल। भारत में जिन वैक्सीन को मंजूरी मिली है वो उतनी ही प्रभावी है जितना की विश्व के अन्य देशों में विकसित वैक्सीन हैं। क्योंकि इस वैक्सीन को विभिन्न चरणों के ट्रायल के बाद मंजूरी मिली है।
योग्य लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजकर जानकारी दी जाएगी और समय तथा वैक्सीनेशन की जानकारी दी जाएगी।
टीकाकरण के लिए आपको निम्न दस्तावेजों में से किसी एक की जरूरत होगी जो इस प्रकार हैं
- आधार कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेंस/ वोटर आई कार्ड/ पैन कार्ड/ पासपोर्ट/ जॉब कार्ड/ पेंशन दस्तावेज
- श्रम मंत्रालय के तहत आने वाले स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
- मनरेगा का जॉब कार्ड
- विधायक, सांसद और विधान परिषद के सदस्य द्वारा जारी आधिकारिक पहचान पत्र
- बैंक और पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक
सारे परीक्षणों के बाद वैक्सीन लॉन्च की गई है और ये बात भी सही है कि अभी तक जो वैक्सीने लगें हैं उससे बाद कई बार हल्का बुखार, दर्द या साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं।