- नए साल एवं क्रिसमस के मौके पर होने वाले आयोजनों को देखते हुए लागू हुए प्रतिबंधात्मक उपाय
- मुंबई, दिल्ली में सार्वजनिक आयोजनों पर लगी है रोक, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा
- कई राज्यों ने अपने यहां नाइट कर्फ्यू लगाया है, देश पर मंडरा रहा है कोरोना की तीसरी लहर का खतरा
Omicron Variant : दुनिया पर कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। यूरोप और अन्य देशों कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। कोविड-19 (Covid-19) के नए वैरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) का खतरा अलग से बना हुआ है। कोरोना के इस नए संकट से लड़ने की तैयारी चल रही है। कई देश अपने यहां लॉकडाउन (Lockdown)जैसे प्रतिबंध लागू कर चुके हैं। भारत में भी कोरोना एवं ओमीक्रोन संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो रही है। देश में अब तक ओमीक्रोन के 250 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं।
कई राज्यों में लागू है नाइट कर्फ्यू
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मान रहे हैं कि जनवरी में कोरोना के तीसरी लहर (Corona Third Wave) की शुरुआत हो सकती है। इसे देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने यात्रा प्रतिबंध सहित एहतियाती उपायों को लागू करना शुरू कर दिया है। क्रिसमस और नए साल पर लोगों के जश्न एवं समारोहों को देखते हुए संक्रमण के फैलने का खतरा है। संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए कई राज्य सरकारों ने अपने यहां भीड़भाड़ वाले समरोहों एवं आयोजनों पर रोक लगा दी है। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लागू है।
ओमीक्रोन के खतरे पर PM मोदी की बैठक
ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को नई गाइडलाइन जारी की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को इस नए वैरिएंट के खतरे पर उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में कोरोना से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। आइए एक नजर डालते हैं कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए राज्यों की ओर से उठाए गए प्रतिबंधात्मक कदमों के बारे में-
मुंबई
मुंबई पुलिस ने कहा है कि ओमीक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए शहर में 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू रहेगी। जाहिर है कि धारा 144 लागू होने की वजह से क्रिसमस एवं नए साल की पूर्व संध्या पर होने वाले आयोजन, कार्यक्रम एवं पार्टियों पर रोक रहेगी। किसी भी स्थल पर उसकी क्षमता की आधी संख्या में लोगों को आने की इजाजत होगी। कार्यक्रम के आयोजकों को पूर्ण रूप से टीका लगा होना जरूरी है। मुंबई पुलिस के आदेश में कहा गया है कि लोगों को हर समय कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। सार्वजनिक परिवहन में पूर्ण रूप से टीका लगवा चुके लोगों को यात्रा करने की इजाजत होगी। महाराष्ट्र आने वाले यात्रियों को पूर्ण रूप से टीका लगा होना चाहिए या उनके पास 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट होनी चाहिए।
'डेल्टा की तुलना में ओमीक्रोन तीन गुना अधिक संक्रामक'; केंद्र ने राज्यों को चेताया, उछाल पर नजर रखने को कहा
दिल्ली
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बुधवार को सभी जिलाधिकारियों को जारी अपने निर्देश में कहा कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि क्रिसमस एवं नए साल के मौके पर राजधानी में कोई समारोह एवं आयोजन न होने पाए। हालांकि, रेस्तरा एवं बार को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अपनी सेवा देने की इजाजत दी गई है। शादी एवं अन्य समारोहों में अधिकतम 200 लोगों के जुटने की इजाजत दी गई है। जिलाधिकारियों से क्रिसमस एवं नए साल से पहले उन इलाकों की पहचान करने के लिए कहा गया है, जहां से कोरोना बड़ी तादाद में फैल सकता है। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कड़ाई से कराने के लिए कहा गया है। हॉट स्पॉट वाली जगहों पर टेस्ट, ट्रैकिंग एवं ट्रीटमेंट अभियान को चलाया जाएगा।
बेंगलुरु
नए साल एवं क्रिसमस के मौके पर बेंगलुरु में नए प्रतिबंधात्मक उपाय लागू किए गए हैं। हालांकि, बोम्मई सरकार ने नए साल का जश्न मनाने वालों को राहत दी है। सरकार ने क्लब एवं रेस्तराओं को अपनी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की इजाजत दी है। क्लबों में डिस्क जॉकी जैसे विशेष कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक रहेगी। समारोह स्थलों पर पूर्ण रूप से टीका लग चुके व्यक्तियों के आने की इजाजत होगी। ये प्रतिबंध 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक लागू रहेंगे।
डेल्टा के मुकाबले लोगों को कम गंभीर रूप से बीमार बना रहा ओमीक्रोन: एक्सपर्ट
नोएडा
उत्तर प्रदेश में नोएडा और लखनऊ दो शहर ऐसे हैं जहां यूपी सरकार ने 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू की है। क्रिसमस एवं नए साल के मौके पर होने वाले समारोहों में लोगों की भागीदारी रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस सप्ताह की शुरुआत में गौतम बुद्ध नगर पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिले में 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू की गई है।