- शनिवार को स्थानीय लोग बड़ी संख्या में शादनगर थाने पहुंच गए और पुलिस पर चप्पल फेंकी
- इस मामले में पहली बड़ी कार्रवाई हुई है, तीन पुलिस कर्मियों को लापरवाही के आरोप में किया गया सस्पेंड
- महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या के विरोध में देशभर में हो रहे हैं प्रदर्शन
साइबराबाद: तेलंगाना के साइबराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत से पूरे देश में आक्रोश है। इस आक्रोश की एक झलक शनिवार को तब देखने को मिली जब तेलंगाना के शादनगर पुलिस स्टेशन के बाहर पुलिस पर चप्पल फेंकी गई। बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों पुलिस स्टेशन के बाहर पहुंच गए। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दरअसल लोगों को पता चला कि महिला पशु चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में आरोपियों को इस थाने में रखा गया है जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने थाने में प्रवेश करने की कोशिश की।
घटना के लगभग 72 घंटे बाद साइबराबाद पुलिस एक्शन में आई है और उन्होंने एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी करने के आरोपों के चलते तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है। साइबराबाद पुलिस कमिश्नर के मुताबिक इन पुलिस कर्मियों में सब इंस्पेक्टर एम रवि कुमार, हेड कॉन्स्टेबल पी वेणु गोपाल रेड्डी, हेड कॉन्स्टेबल सत्यनारायण गौड़ के नाम शामिल हैं।
इस गैंगरेप के विरोध में हैदराबाद स्थित चिलकुर बालाजी मंदिर को बंद कर दिया गया और महिला पशु चिकित्सक के बलात्कार और हत्या के विरोध में मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री लगभग 20 मिनट तक बंद रही। इस दौरान भक्तों ने बाहर 'महा प्रदक्षिणम' किया और महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की।
दरअसल मृतक और पीड़ित डॉक्टर के परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने मामला दर्ज करने में देरी की जिस वजह से काफी समय बर्बाद हुआ। इस बीच सभी चार आरोपियों को स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आपको बता दें कि बुधवार को अपनी ड्यूटी से लौट रही महिला डॉक्टर को चार आरोपियों ने टॉल प्लाजा की पार्किंग से अगवा कर लिया था। जिसके बाद आरोपियों ने डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया और बाद में हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की। पीड़िता का अधजला शव शादनगर के पास एक पुलिया के नीचे अधजला मिला था।