- बक्सर में गंगा नदी में उतराते हुए शव मिले थे
- बिहार सरकार ने कहा कि यूपी से बहकर आए थे शव, अंतिम क्रियाकर्म संपन्न कराया गया
- केंद्र ने राज्यों को दिए निर्देश इस तरह के मामलों पर रखें निगरानी
बक्सर के पास गंगा नदी में उतराते हुए शव मिले तो हड़कंप मच गया कि ये शव किन लोगों के हैं, और कहां से आए हैं। इस संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि ये शव वाराणसी या प्रयागराज से आए होंगे। बाद में बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि ये शव यूपी से बहकर आए हैं। इन सबके बीच केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वो इस बात को सुनिश्चित करें कि ऐसे लोग जिनके मरने की संभावना कोविड-19 से हुई हो उन्हें गंगा में ना बहाया जाए।
यूपी से बहकर आए थे शव
मंगलवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर संजय झा ने लिखा कि बिहार सरकार ने बक्सर जिले के चौसा के निकट गंगा नदी में बहते हुए शवों की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मामले में संज्ञान लिया है। यह शव उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार आए हैं। पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि ये सभी शव चार-पांच दिन पुराने हैं।
बिहार सरकार पर उठने लगे थे सवाल
प्रशासन को निर्देश दिया है कि क्षेत्र में गश्ती और बढ़ाई जाए जिससे इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो। उल्लेखनीय है कि सोमवार को बक्सर के चौसा में गंगा नदी में कई शवों को तैरते हुए देखा गया था। इसके बाद क्षेत्र में गश्ती बढ़ा दी गई है।इस तरह की खबरों के बाद सियासत गरमा गई है। बिहार सरकार पर सवाल उठने लगे कि कोरोना के मरीजों को गंगा नदी में बहाया जा रहा है।