नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की ताकत को बढ़ाने वाले अत्याधुनिक विमान राफेल विमान (Rafale combat aircraft) को लेने भारत के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) फ्रांस गए हुए थे जहां से वो वापस भारत आ गए हैं। राजनाथ सिंह ने फ्रांस में राफेल विमान में उड़ान भी भरी थी साथ ही वहां शस्त्र पूजा भी की।
भारत वापस लौटने पर राजनाथ सिंह ने राफेल को लेकर अपने अनुभव बताए साथ ही शस्त्र पूजा को लेकर लेकर भी अपनी बात रखी उन्होंने कहा- मैंने वही किया जो मुझे उचित लगा। यह हमारा विश्वास है, कि एक महाशक्ति है और मैंने बचपन से ही यह माना है। मुझे लगता है कि कांग्रेस में भी इस मुद्दे पर मत विभाजन है..
इससे पहले फ्रांस से लौटने से पहले वहां राजनाथ सिंह ने कहा था कि फ्रांस की उनकी यात्रा बेहद सार्थक रही और इससे भारत तथा फ्रांस के द्विपक्षीय रक्षा संबंध और प्रगाढ़ होंगे।रवाना होने के पहले उन्होंने फ्रांस की कंपनियों को रक्षा उपकरणों का निर्माण करने के लिए भारत को अपना ठिकाना बनाने का संदेश दिया।
सिंह ने रवाना होने से पहले ट्वीट किया था,'शुक्रिया फ्रांस! मेर्सी! यह यात्रा बेहद सार्थक रही।' उन्होंने कहा,'इस यात्रा के नतीजे भारत और फ्रांस के बीच रक्षा सहयोग और मजबूत करेंगे। राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों, रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली और फ्रांस सरकार के आतिथ्य के प्रति मेरा आभार।'
बुधवार शाम को सिंह ने फ्रांस के प्रमुख रक्षा उद्योगों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को संबोधित किया और तकनीकों के मेल के जरिए भारत के बंदरगाहों और रक्षा मंचों को अधुनिक बनाने को कहा। उन्होंने कहा,'फ्रांस की कंपनियां रक्षा उपकरण निर्माण के लिए भारत को अपना ठिकाना बना सकती हैं। भारत के बड़े बाजार के लिए ही नहीं बल्कि अन्य देशों को निर्यात करने के लिए भी।'
सिंह ने भारत भर में एक समान वस्तु एंव सेवा शुल्क लागू करने के महत्व को भी रेखांकित किया। स्वतंत्रता के बाद यह कर सुधार की दिशा में सबसे बड़ा कदम है।उन्होंने कहा, 'हमने हाल ही में अपने कॉर्पोरेट कर में भारी कटौती की है। रक्षा के क्षेत्र में यदि ‘मेक इन इंडिया’ के लिए कर को और सुसंगत करने की जरूरत पड़ी तो इसपर विचार किया जाएगा।' रक्षा मंत्री ने फ्रांस की कंपनियों की प्रति वर्ष भारत में डिफेंस एक्सपो में उत्साह के साथ भाग लेने की भी सराहना की।