- भाजपा के इस कदम का आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस विरोध कर सकते हैं।
- भाजपा ने 27 अप्रैल को मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित होने के बाद माधवपुरम गांव कर दिया गया था
- लिस्ट में हुमायूंपुर गांव,युसूफ सराय गांव,मस्जिद मोठ,बेर सराय,मसूदपुर,जमरूदपुर, बेगमपुर,सदैला जॉब कई नाम शामिल हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा ईकाई राजधानी के करीब 40 इलाकों के नाम बदलने की तैयारी में हैं। इसके लिए पार्टी इकाई ने एमसीडी को बकायदा प्रस्ताव भेज दिया है। इसके पहले 27 अप्रैल को मोहम्मदपुर गांव का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित होने के बाद माधवपुरम गांव कर दिया गया था। जिसकी जानकारी खुद दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदर्श गुप्ता ने ट्वीट कर दी थी। हालांकि दिल्ली में नाम बदलने का अधिकार राज्य सरकार के पास है, जिस पर अंतिम फैसला केजरीवाल सरकार को करना होगा।
मोहम्मपुर की तर्ज इन 39 जगहों के बदलेंगे नाम
भाजपा अब मोहम्मदपुर के तर्ज पर दिल्ली के 39 जगहों के नाम बदलने की तैयारी में है। इसके तहत हुमायूंपुर गांव,युसूफ सराय गांव,मस्जिद मोठ,बेर सराय,मसूदपुर,जमरूदपुर, बेगमपुर,सदैला जॉब, फतेहपुर बेरी,हौज खास,शेख सराय,जिया सराय,नेब सराय,अदह चिनी,जाफर पुर कला,काजीपुर,नसीरपुर,मिर्जापुर,हसनपुर,ग़ालिब पुर,ताजपुर खुर्द, नजफगढ़, सुल्तानपुर नजदीक छतरपुर,अलीपुर गांव,मुखमेलपुर,रमजानपुर ,निजामपुर,मोहम्मदपुर, हमीदपुर, खानपुर देवली के पास,सुलतानपुर डबास,इब्राहिमपुर ,रसूलपुर,साहिबाबाद दौलतपुर,बेगमपुर ,कुतुबगढ़ ,मोहम्मदपुर मंजरी, लाडो सराय, कटवारिया सराय,मुबारकपुर नाम बगले का प्रस्ताव भेजा गया है।
इस कदम पर दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता का कहना है कि इन स्थानों के नाम इसलिए बदलना चाहते हैं कि यह मुगलकाल के हैं और वह हमारी गुलामी के दौर के हैं। हम देश में गुलामी के दौर के कोई प्रतीक नहीं रखना चाहते हैं। आप स्थानीय लोगों से पूछिए वह लोग भी इन नामों को बदलना चाहते हैं। हम नए नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ़ शहीद, संगीत और कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों के नाम पर रखना चाहते हैं।
गरमा सकती है राजनीति
जिस तरह लिस्ट में नाम बदलने के लिए गांव का चयन किया गया है। उसे देखते हुए आने वाले दिनों में दिल्ली की राजनीति गरम हो सकती है। और भाजपा के इस कदम का आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस विरोध कर सकते हैं। इसके पहले दिल्ली में बुलडोजर को लेकर राजनीति गरम है। और विपक्षी दलों का भाजपा पर आरोप है कि वह एक खास समुदाय को टारगेट कर कार्रवाई कर रही है।