कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के बाद देश में भी थोड़ी तनाव की स्थिति दिख रही है इस सबके बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ब्रिटेन से तत्काल सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्रीय सरकार से आग्रह किया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के बाद रविवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है ताकि इसका प्रकोप उनके देशों में नहीं पहुंचे।
वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कहना है कि कोरोना का यह नया वायरस 70 प्रतिशत तक ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला है। ब्रिटेन के अधिकारियों ने वायरस के इस नए प्रकार को 'नियत्रंण से बाहर' करार दिया है।
यूरोपीय संघ के सदस्य तीनों देशों की सरकारों ने कहा कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा लंदन और आसपास के इलाकों के लिए शनिवार को उठाए गए सख्त कदम के मद्देनजर यह फैसला कर रही हैं।
कई देशों ने ब्रिटेन की उड़ानों को लेकर उठाए ये सख्त कदम
ब्रिटेन में कोरोना के इस नए रूप से फैल रहे संक्रमण को देखते हुए कई देशों ने लंदन के लिए अपनी उड़ानों को बंद कर दिया है। जबकि कई अन्य देश ऐसे ही प्रतिबंधों को लेकर विचार कर रहे हैं। फ्रांस, जर्मनी नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया और इटली ने ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगाने संबंधी घोषणा कर दी है। फ्रांस ने रविवार मध्यरात्रि के बाद से 48 घंटों के लिए ब्रिटेन से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगा दी। प्रधानमंत्री कार्यालय की घोषणा में कहा गया कि ब्रिटेन जाने वाले लोग इससे प्रभावित नहीं होंगे।जर्मनी की सरकार ने कहा कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रोक रही है।नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है।
ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि उड़ानों पर रोक लगाएंगे
वहीं, बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है। साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है।उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे। हालांकि, उन्होंने प्रतिबंध के समय से संबंधित कोई भी जानकारी साझा नहीं की।वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए पृथक-वास के नियम को लागू कर दिया है।