नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बंगाली मार्केट में दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना ने बाबर रोड के बोर्ड पर काली स्याही पोत दी। संगठन ने मांग की है कि बाबर रोड का नाम बदला जाए, क्योंकि वह एक विदेशी था। 2017 में दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर सिंह बग्गा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था और बाबर रोड का नाम बदलकर शहीद सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के नाम पर करने का अनुरोध किया था, जो कश्मीर के शोपियां में एक शादी में शामिल होने के दौरान मारे गए थे।
हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा, 'हम सरकार से मांग करते हैं कि वह इसका नाम बदलें क्योंकि यह एक विदेशी आक्रामणकारी के नाम पर है। इसका नाम किसी महान भारतीय व्यक्ति के नाम पर रखें। इसलिए हमने एनडीएमसी द्वारा लगाए गए साइन बोर्ड को काला कर दिया।'
लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों ने 9 मई को फैयाज का अपहरण कर लिया था और 10 मई को उनका शव मिला था। उनकी याद में, भारतीय सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर में एक आर्मी स्कूल का नाम बदलकर शहीद लेफ्टिनेंट उमर फयाज गुडविल स्कूल कर दिया गया।
2015 में भाजपा सरकार ने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर कर दिया था।
जहिर उद-दिन मुहम्मद बाबर एक मुगल शासक था। वह भारत में मुगल वंश का संस्थापक था। भारत पर उसने 5 बार आक्रमण किया और सफल हुआ। 1526 में उसने पानीपत के मैदान में दिल्ली सल्तनत के अंतिम सुल्तान इब्राहिम लोदी को हराकर मुगल वंश की नींव रखी। 1530 ई. में उसकी मृत्यु हो गई।