- कोरोना के लिए दिल्ली मेट्रो ने बदले नियम, आज से एक सीट छोड़कर बैठना होगा
- सभी स्टेशनों पर यात्रियों की की जाएगी औचक थर्मल जांच
- यात्रियों से अपील की कि वे बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही मेट्रो में सफर करें
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और अभी तक 195 मामले सामने आ चुके हैं। राहत वाली बात ये है कि इसमें से 20 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। वहीं 4 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कोरोना से निपटने के लिए तमाम एहतियात बरती जा रही हैं और कई निजी कंपनी के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। कोरोना को रोकने की इस मुहिम में दिल्ली मेट्रो (DMRC)भी शामिल हो गई है औऱ उसने नई एडवाइजरी जारी की है।
क्या है एडवाइजरी
दिल्ली मेट्रो द्वारा जारी की गई इस एडवाइजरी में यात्रियों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का आग्रह किया गया है और आज से अब यात्रियों को मेट्रो में एक सीट छोड़कर बैठना होगा। एडवाइजरी में यात्रियों से आग्रह किया गया है कि जब ज्यादा जरूरी हो तभी मेट्रो में सफर करे वरना यात्रा को अवॉयड करे। डीएमआरसी ने यात्रियों से आग्रह किया है कि यात्रा के दौरान अपने सहयात्री से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें। खड़े होकर यात्रा नहीं कर सकेंगे यात्री। डीएमआरसी ने कहा कि वैश्विक संकट से निपटने के लिए हम सभी को संकल्प करना चाहिए और इसके प्रसार को कम करने के लिए सहयोग करना चाहिए.
भीड़ ज्यादा हुई तो नहीं रूकेगी मेट्रो
मेट्रो ने एडवाइजरी में 8 प्वाइंट रखे हैं। सभी मेट्रो स्टेशनों में औचक थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। यदि किसी को बुखार या कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण मिलते हैं उसे उसे मेडिकल टेस्ट के लिए रिफर किया जाएगा या क्वारंटीन के लिए बोला जाएगा। उन स्टेशनों पर ट्रेन नहीं रूकेगी जहां जहां ज्यादा भीड़ होगी या यूं कहें कि जहां यात्रियों ने एक मीटर से ज्यादा की दूरी नहीं बनाई होगी। हालात को देखते हुए ट्रेनों की सेवाएं बढ़ाई जाएंगी।
पीएम कर चुके हैं अपील
इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लोगों से घरों में ही रहने का अनुरोध करते हुए रविवार के लिये ‘जनता कर्फ्यू’ का आह्वान किया प्रधानमंत्री ने अपने कोरोना वायरस महामारी संकट पर अपने संदेश में कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़ कर किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सोचना सही नहीं है कि सब ठीक है और इस वायरस को फैलने से रोकने के लिये लोगों से केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों द्वारा जारी परामर्शों का पालन करने का अनुरोध किया।