- देश में तीसरे चरण का लॉकडाउन रविवार को हो रहा है समाप्त
- दिल्ली में एक बार फिर शुरू हो सकती है मेट्रो, लेकिन नियम और शर्तें होंगी अलग
- दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मांगी है अनुमति
नई दिल्ली: देश में जारी लॉकडाउन के बीच दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो की सेवा एक बार फिर शुरू हो सकती है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने इस संबंध में दिल्ली परिवहन निगम और केंद्र सरकार के पास कार्ययोजना भेज दी है। यदि दिल्ली सरकार ने केंद्र को इसकी कार्ययोजना भेजी है यदि इसे मंजूरी मिलती है तो फिर कुछ शर्तों के साथ मेट्रो सेवा एक बार फिर शुरू हो सकती है।
नियमों में बदलाव
यदि केंद्र दिल्ली सरकार के प्रस्तावों को स्वीकार करता है तो मेट्रो के सेवाएं सोमवार से फिर शुरू हो सकती है। लेकिन इस बार इसमें सफर करने वालों का अनुभव थोड़ा अलग होगा। नए नियमों के तहत केवल स्मार्ट कार्ड वालों को ही मेट्रो में सफर करने की अनुमति मिलेगी और किसी तरह का टोकन जारी नहीं किया जाएगा। इसके अलावा भी कई और तरह के बदलाव किए जा रहे हैं।
इस तरह के होंगें नियम
इस बार मेट्रो में सफर करने के दौरान नियम भी बदल जाएंगे। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, हर यात्री को मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की प्रक्रिया से गुजरना होगा और बिना मास्क के अनुमति नहीं होगी। इतना ही नहीं मेट्रो में सवार होने वाले यात्रियों के फोन में आरोग्य सेतु एप का होना जरूरी है। आप सरकार ने केंद्र को जो प्रस्ताव भेजा है उसमें अगले सप्ताह से सरकारी सेवाओं में कार्यरत लोगों तथा जरूरी सेवाओं में जुटे लोगों के लिए ई पास के साथ यात्रा करने की अनुमित मांगी है।
कुछ ऐसा है केजरीवाल का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री केजरीवाल के प्रस्ताव के मुताबिक सरकार कर्माचारियों को सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े दस बजे तक तथा शाम को साढे पांच बजे से लेकर साढ़े आठ बजे तक मेट्रो में सवारी करने की अनुमित मिले। वहीं जिनके पास ई पास है उन्हें सुबह 10.30 बजे से शाम को 5.30 बजे तक मेट्रो में यात्रा करने की अनुमति मिलनी चाहिए। यदि अब मेट्रो की सेवाएं शुरू भी होती हैं तो पहले की तरह लोग इसमें सफर नहीं कर पाएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का इस दौरान पूरा ध्यान रखा जाएगा।
पहले जैसी नहीं रहेगी यात्रा
आपको बता दें कि इस बार दिल्ली मेट्रो ने सेवा शुरू करने से पहले ही अपनी तैयारी कर ली है। सीटों पर स्टीकर लगाए गए हैं जहां बैठने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा कहीं भी खड़े होने की अनुमति नहीं होगी। पीक ऑवर के दौरान एक कोच में आमतौर पर 300-400 यात्री सवारी करते हैं लेकिन इस बार केवल पचास लोग ही सफर कर पाएंगे। 6 डिब्बों वाली मेट्रो जहां एक बार में 1800 से 2100 यात्रियों को ले जाती है वहीं नए नियमों के तहत केवल 300 पैसेंजर ही इस दौरान यात्रा कर पाएंगे।