नई दिल्ली: नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के जामिया मिल्लिया में जो विरोध प्रदर्शन का मंजर सामने आया था वैसा नजारा दिल्ली वालों ने पहले नहीं देखा होगा, इस विरोध की आड़ में जमकर हिंसा और आगजनी की गई थी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था, अब पुलिस इस मामले में कड़ा एक्शन ले रही है।
पुलिस ने बीते साल 15 दिसंबर को जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के मामले में 70 संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं। इन सभी को सीसीटीवी फुटेज की मदद से तलाशा गया है। जारी की गई तस्वीरों में वे संदिग्ध हैं, जिन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध की आड़ में हिंसा फैलाने का काम किया था।
पुलिस के अनुसार विश्वविद्यालय परिसर के पास विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा के संबंध में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत जामिया नगर पुलिस थाने और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने कहा कि अपराध शाखा के विशेष जांच दल द्वारा दोनों मुकदमों की जांच की जा रही है और जिन व्यक्तियों के चित्र जारी किए गए हैं उन्होंने हिंसा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।
पुलिस ने कहा कि उनके बारे में कोई भी जानकारी देने वाले को उचित पुरस्कार दिया जाएगा। पुलिस के अनुसार आरोपियों के बारे में जानकारी 011-23013918, 9750871252 नंबरों पर दी जा सकती है। दिल्ली पुलिस मुख्यालय की ओर से से जारी सूचना में कहा गया है कि इन तमाम संदिग्धों की तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज में मौजूद थीं। इन तस्वीरों को घटना की जांच कर रही दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ने उजागर किया है।
तस्वीर में दिख रहे संदिग्धों की तलाश की जा रही है। इनमें से अधिकांश के घर व ठिकाने जांच टीमों ने तलाश लिए हैं। इनमें से अधिकांश संदिग्ध लंबे समय से भूमिगत हैं।
तस्वीर में दिख रहे संदिग्धों की तलाश की जा रही है। इनमें से अधिकांश के घर व ठिकाने जांच टीमों ने तलाश लिए हैं। इनमें से अधिकांश संदिग्ध लंबे समय से भूमिगत हैं।