- लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए सड़कों पर बड़ी संख्या में तैनात है दिल्ली पुलिस
- पुलिस को आशंका है कि आईएसआईएस के संदिग्ध इस दौरान हमला कर सकते हैं
- ऐसे किसी संभावित हमले को नाकाम करने के लिए पुलिसकर्मियों की ब्रीफिंग हुई
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने लॉकडाउन में राजधानी में तैनात पुलिसकर्मियों पर आतंकवादी हमले की आशंका जताई है। स्पेशल सेल के डीसीपी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में पुलिसकर्मी तैनात हैं। कानून एवं व्यवस्था लागू कराने के लिए सड़कों पर बैरिकेड्स बनाए गए हैं। ऐसी आशंका है कि आईएसआईएस के संदिग्ध एजेंट्स पुलिसकर्मियों को निशाना बना सकते हैं। इसे देखते हुए पुलिसकर्मियों को संभावित हमले के बारे में ब्रीफ किया गया है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। पुलिस सड़कों पर गश्त कर रही है और जगह-जगह चौराहों पर नाकेबंदी लागू है। पुलिस को कोशिश लॉकडाउन को पूरी तरह सफल बनाने की है। कानून-व्यवस्था कायम रखने के साथ-साथ दिल्ली पुलिस मुश्किल में फंसे लोगों तक राहत भी पहुंचा रही है।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले मंगलवार को बढ़कर 1397 हो गए। पिछले 25 घंटे में वायरस से संक्रमण के 146 नए मामले सामने आए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का कहना है कि इस वायरस से संक्रमित 35 लोगों की जान चली गई है जबकि इस महामारी से 123 लोगों को ठीक किया जा चुका है।
इस बीच दिल्ली में मरकज निजामुद्दीन कोरोना वायरस से संक्रमण के एक नए केंद्र के रूप में उभरा है। यहां मार्च के मध्य में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में करीब 4000 लोग शामिल हुए। इसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। यहां करीब 24 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद इस इलाके में सख्ती से लॉकडाउन लागू किया गया है।
यहां धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए लोग अलग-अलग राज्यों में गए। अब राज्य इन लोगों की पहचान कर उन्हें क्वरेंटाइन में भेज रहे हैं। निजामुद्दीन इलाके से 1500 से ज्यादा लोगों को निकाला गया है। इस बीच दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में काम करने वाले तीन रेजीडेंट डॉक्टरों की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।