नई दिल्ली: दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में फैली हिंसा के बाद वहां के सभी सरकारी और निजी स्कूल मंगलवार को बंद रहेंगे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह जानकारी दी। सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली में हिंसा प्रभावित नोर्थ ईस्ट जिले में कल स्कूलों की गृह परीक्षाएं नहीं होंगी और सभी सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल बंद रहेंगे। बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में मैंने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' जी से बात की है कि इस जिले में कल की बोर्ड परीक्षा भी स्थगित कर दी जाए।'
वहीं सीबीएसई की तरफ से बताया गया कि मंगलवार को होने वाली परीक्षा के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली में कोई परीक्षा केंद्र नहीं है। सीबीएसई प्रवक्ता रमा शर्मा ने कहा, 'कल निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, दिल्ली के पश्चिमी भाग में 18 केंद्रों पर केवल बारहवीं कक्षा के छात्रों के चार विषयों की परीक्षाएं हैं। कल की परीक्षा के लिए दिल्ली के उत्तर पूर्व हिस्से में कोई केंद्र नहीं हैं।'
हिंसा में फंस गए परीक्षीर्थी
इससे पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर-जाफराबाद इलाके में सोमवार को हुई हिंसा में बोर्ड की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी फंस गए। सोमवार को 10वीं की उर्दू की और 12वीं की फिजिकल एजुकेशन की परीक्षा थी। मौजपुर जाफराबाद रोड पर कई स्कूल हैं, जो परीक्षा केंद्र हैं। दसवीं और 12वीं की परीक्षा सुबह साढ़े दस बजे शुरू हुई और दोपहर 1.30 तक चली। स्थिति तनावपूर्ण होने की वजह से छात्रों को परीक्षा देने जाने में भी काफी दिक्कत आई।
हिंसा में 4 की हो चुकी है मौत
इस हिंसक प्रदर्शन में एक हेड कांस्टेबल समेत 4 की मौत हो चुकी है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई झड़पों के दौरान दस पुलिसकर्मी घायल हो गए। हेड कांस्टेबल रतन लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।
CM केजरीवाल ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लाल के निधन पर दुख जताया और शांति का आह्वान किया। उन्होंने ट्वीट में कहा, 'पुलिस हेड कोंस्टेबल की मौत बेहद दुःखदायी है। वो भी हम सब में से एक थे। कृपया हिंसा त्याग दीजिए। इस से किसी का फायदा नहीं। शांति से ही सभी समस्याओं का हल निकलेगा।'