- सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं दिल्ली के चांदबाग में हुई हिंसा के दो वीडियो
- इसी हिंसा में गयी थी दिल्ली पुलिस के कॉन्सटेबल रतन लाल की जान, घायल हो गए थे एसीपी और डीसीपी
- चांदबाग के दोनों वीडियो सामने आने के बाद साइबर सेल इनकी जांच में जुट गई है
नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांद बाग में 24 फरवरी को हुई हिंसा के दो नए वीडियो सामने आए हैं। इन वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे 2 हजार से भी ज्यादा लोगों की भीड़ अचानक पुलिसवालों को घेर लेती है और उन पर लाठी-डंडो और पत्थरों से हमला करना शुरू कर देती है। यहां तक कि पुलिस पर गोलियां भी चलाई जा रही हैं। ये दोनों वीडियो यमुना विहार की तरफ से एक जिम की छत से शूट किया गया। इस हमले में ही कॉन्सटेबल रतन लाल की जान चले गई थी जबकि डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा और एसीपी गोकुलपुरी अनुज कुमार सहित 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
कैसे हुई शुरूआत
दरअसल चांद बाग में काफी समय से सड़क किनारे वाली सर्विस लेन में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ टेंट लगाकर प्रदर्शन हो रहा था। 23 फरवरी को जब जाफराबाद में महिलाएं सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगी तो यहां भी महिलाओं ने उसी रणनीति को अपनाने की कोशिश की। 24 फरवरी को सैकड़ों महिलाएं सीएए के विरोध में सड़क जाम करते हुए धरने पर बैठ गई। इसके बाद लोगों को आने-जाने में दिक्कत हुई तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
डीसीपी पहुंचे धरनास्थल
सड़क पर जाम की शिकायत मिलने के बाद खुद डीसीपी अमित शर्मा दोपहर एक बजे चांद बाग पहुंचे और उन्होंने महिलाओं से सड़क से हटकर किनारे पर प्रदर्शन करने को कहा। इस बीच अचानक से सैकड़ों की तादाद में उपद्रवियों की भीड़ आई और डीसीपी के साथ आए पुलिसकर्मियों को घेरते हुए तुरंत पथराव कर दिया। इसका अंदाजा पुलिस को भी नहीं था और तुरंत पुलिस ने वहां से भागने लगी। इस उपद्रवी भीड़ ने इस कदर पथराव कर दिया कि पुलिसकर्मी चोटिल हो गए और कांस्टेबल रतनलाल की जान चले गई।
पुलिस कर रही है दोनों वीडियो की जांच
चांदबाग के दोनों वीडियो सामने आने के बाद साइबर सेल इनकी जांच में जुट गई है। विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने कुछ युवकों को बुलाकर पूछताछ भी की है। फिलहाल पुलिस उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है जिन्होंने ये वीडियो बनाए। वीडियो में महिलाएं भी पुलिसकर्मियों पर पत्थर मार रही हैं। वीडियो में दिख रहा है कि जब पुलिस बुरी तरह से घिर गई तो स्टाफ के कुछ जवानों ने डीसीपी और एसीपी को वहां से निकाला और बचाकर यमुना विहार की ओर सर्विस रोड पर ले जाते हुए नजर आए।