Dhakad Exclusive: आपको वुहान याद है ना, वुहान चीन का वो प्रांत जिसके बारे में कहा जाता है कि कोरोना वायरस यहीं से निकला और पूरी दुनिया को अपने चंगुल में ले लिया। वैसी ही एक तस्वीर फिर सामने आ रही है लेकिन अबकी बार वुहान नहीं बल्कि ये डराने वाली तस्वीर दक्षिण अफ्रीका के गाउतेंग से आ रही है। जहां से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लेने के लिए तैयार है। कोरोना का वेरिएंट ओ-माइक्रॉन जो बेहद खतरनाक है और इससे डरना जरूरी है।
2 हफ्ते में पॉजिटिविटी रेट 1% से 30% हो गई। 90% केस ओ-माइक्रॉन वेरिएंट के हैं। ओ-माइक्रॉन वेरिएंट के 10 में से 9 केस 2 हफ्ते में 135 से 418 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पतालों में 747 मरीज, 57 मरीज ICU में, 23 वेंटिलेटर पर हैं। लॉकडाउन जैसे हालात हैं। यूनिवर्सिटी-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। एग्जाम टाल दिए गए हैं। रोजाना करीब 2600 मामले आ रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया की ये तस्वीरें बहुत डरा रही हैं। ओ-माइक्रॉन के खतरे के बीच ये कैसे प्रदर्शन? कोरोना नियमों के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में बगावत
ओ-माइक्रॉन का कहर...कहां-कहां ट्रैवल बैन?
पूरी दुनिया ओ-माइक्रॉन की दहशत में है। दहशत ऐसी कि दुनिया की महाशक्ति अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ओ-माइक्रॉन के संक्रमण पर चिंता जताई। जापान ने पूरी दुनिया के लिए अपने देश में यात्रा के लिए पाबंदी लगा दी। ऑस्ट्रेलिया ने भी बड़ी पाबंदियां लगा दी हैं।
सड़कों पर लाखों की भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग छोड़िए यहां तो पैर रखने की जगह भी नहीं है, लाखों में किसी एक ने भी मास्क नहीं लगाया था। दूर-दूर तक जहां भी नजर दौड़ाएंगे आपको लोग ही नजर आएंगे, वो भी कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए और ऐसे में कोरोना को रोका जाए तो कैसे? ऐसा नजारा ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर का है।
आपको बता दें कि यहां कोई रॉक कॉन्सर्ट आयोजित नहीं हो रहा है। आपको बता दें कि यहां को स्पोर्टिंग इवेंट भी नहीं होने वाला है। आपको बता दें कि यहां किसी नेता का भाषण भी नहीं है। अब आप सोच रहे होंगे कि फिर क्यों मेलबर्न में एक साथ इतने लोग संसद भवन के बाहर इकट्ठा हैं। तो हम आपको बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट ने जहां एक और पूरी दुनिया की नींद उड़ा दी है तो वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में ये लोग कोविड नियमों की धज्जियां बढ़ी शान से उड़ा रहे हैं तो वहीं कईं देशों ने ओमाइक्रॉन के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अभी से ट्रैवल restrictions लगा दी हैं।
- जापान ने विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की एंट्री पर बैन लगा दिया है।
- अमेरिका ने द. अफ्रीका समेत 8 अफ्रीकी देशों पर लगाया यात्रा प्रतिबंध।
- साउदी अरब ने भी द. अफ्रीका समेत 7 देशों पर ट्रैवल बैन लगाया है।
- श्रीलंका ने द.अफ्रीका के 6 देशों से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटीन के नियम अनिवार्य कर दिए हैं।
- ब्रिटेन ने भी उन सभी लोगों की एंट्री पर बैन लगा दिया है जो पिछले 10 दिनों में अफ्रीका के 6 देशों में थे।
- जर्मनी, स्कॉटलैंड ने भी यही कदम उठाया है।
- न्यूजीलैंड और सिंगापुर को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया में हर देश के यात्री के लिए दरवाजे बंद कर दिए गए हैं।
- बांग्लादेश से द.अफ्रीका ना कोई फ्लाइट आएगी और ना ही जाएगी।
नीदरलैंड्स में 7 स्टार होटल में और इसके आस-पास पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। उसकी वजह से द.अफ्रीका से आए हुए 61 यात्री जिन्हें यहां आईसोलेट किया गया है। स्पेन में भी ओमाइक्रॉन की एंट्री हो गई है। स्पेन में ओमाइक्रॉन वेरिएंट के एक मरीज की पुष्टि हुई है, जिसे इस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हिंदुस्तान ने कोरोना की दूसरी लहर इसी साल देखी थी, जो लोगों का काल बन गई थी। कईं देश तीसरी लहर से भी जूझ चुके हैं। ऐसे में अगर तय समय रहते हुए ओमाइक्रॉन से निपटने के लिए पुख्ता कदम नहीं उठाए गए तो फिर ये ओमाइक्रॉन वेरिएंट डेल्टा से भी भयावह तबाही लेकर आएगा। जिसे कंट्रोल कर पाना डेल्टा से कईं गुना ज्यादा मुश्किल होगा।