- ज्ञानवापी को लेकर आज धर्म परिषद का आयोजन
- सुभाष भवन में धर्म परिषद की बैठक, सुबह 10 बजे धर्म परिषद की शुरुआत
- कई मठ से मठाधीश, साधु-संत होंगे शामिल
नई दिल्ली: आज ज्ञानवापी को लेकर काशी के सुभाष भवन में धर्म परिषद का आयोजन किया जा रहा है जिसकी शुरुआत आज सुबह 10 बजे से होगी। इस धर्म परिषद में कई मठ से मठाधीश, साधु-संत, सामाजिक कार्यकर्ता , और इतिहासकार शामिल होंगे। इस बैठक में संत ज्ञानवापी को लेकर कई प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। सके अलावा ज्ञानवापी में शिवलिंग जैसी दिख रही आकृति की पूजा करने पर भी रणनीति बनाई जा सकती है। वाराणसी के लमही के सुभाष भवन में इस बैठक का आयोजन होगा।
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग मिलने के बाद विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार 11 और 12 जून साधु-संत हरिद्वार में बैठक करेंगे और ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने के बाद की स्थिति पर मंथन करेंगे। इस बैठक में 250-300 संत शामिल होंगे।
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कई मुद्दों पर बनाई जा सकती है रणनीति
इस धर्म परिषद का आयोजन वाराणसी के सुभाष भवन में किया जा रहा है जहां कई मठ से मठाधीश, साधु-संत ज्ञानवापी को लेकर कई प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे। इस दौरान शिवलिंग की आकृति की पूजा पर रणनीति बनाई जा सकती है। इससे पहले शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वे ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग की चार जून को पूजा करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन उन्हें पूजा करने से रोकता है तो वह शंकराचार्च को अवगत कराएंगे और उसके बाद शंकराचार्य जो निर्णय करेंगे, उस पर अमल किया जाएगा।
4 जुलाई को है सुनवाई
आपको बता दें कि वाराणसी की एक अदालत ने ज्ञानवापी परिसर की वीडियोग्राफी कर सर्वेक्षण करने का आदेश दिया था और हिंदू पक्ष ने इस दौरान एक शिवलिंग मिलने का दावा किया था। हालांकि मुस्लिम पक्ष का दावा है कि वह वस्तु वजूखाना में मौजूद फव्वारे का हिस्सा है। मामला सुप्रीम कोर्ट से होते हुए फिर स्थानीय तक आ गया था। काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर अगली सुनवाई चार जुलाई को होनी है।