नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के मामले में जाकिर नाईक के एक बयान के बाद राजनीति में भूचाल आ गया है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मांग की है कि नाईक ने जो कुछ कहा कि उस पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को सफाई देनी चाहिए। हालांकि दिग्विजय सिंह के आरोपों पर बीजेपी की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आई। बीजेपी की तरफ से कहा गया कि जब वो जाकिर के साथ मंच साझा करते थे तो समर्थन की बात करते थे, जाकिर में उन्हें किसी तरह की खराबी नजर नहीं आती थी।
सवाल ये है कि जाकिर नाईक ने क्या कहा था। दिग्विजय सिंह बताते हैं कि जाकिर ने सितंबर 2019 में कहा था कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने उसके पास एक विशेष संदेशवाहक भेजा जिसके जरिए कहा गया कि अगर वो अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का समर्थन करता है तो उसके खिलाफ सभी शिकायतों को वापस लेने के साथ भारत लौटने की इजाजत दी जाएगी। पीएम और गृहमंत्री ने उसके बयान की आलोचना क्यों नहीं की थी।
दिग्विजय सिंह के इन आरोपों के बाद बीजेपी ने कहा कि पहली बात तो ये है कि भारत सरकार की नजर में जाकिर नाईक भगोड़ा है और उससे किसी तरह की बात या सहयोग का सवाल ही पैदा नहीं होता है। बीजेपी की तरफ से कहा कि दिग्विजय सिंह अब राजनीति में अप्रासंगिक हो चुके हैं और उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता है। यहां तक कि कांग्रेस के नेताओं को डर लगता है कि वो कुछ ऐसा न बोल जाएं जिसकी वजह से पार्टी को शर्मसार होना पड़े