- फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए भारत ने किया है सौदा
- दसौं कंपनी साल 2021 के अंत तक सभी विमानों की करेगी आपूर्ति
- अत्याधुनिक तकनीक से युक्त है राफेल, सेमी स्टील्थ फीचर है इसमें
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को लड़ाकू विमान राफेल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने कहा कि 'फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान भारत आ रहे हैं ऐसे में प्रधानमंत्री को अब इसकी कीमत बता देनी चाहिए।' सिंह ने आरोप लगाया कि कीमत बता देने से चौकीदार की चोरी उजागर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राफेल की वास्तविक कीमत सरकार ने आज तक उजागर नहीं किया है।
बता दें कि राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप बुधवार को भारत पहुंच रही है। इस पहली खेप में पांच लड़ाकू विमान शामिल हैं जो हरियाणा में अंबाला स्थित भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एयरबेस पर उतरेंगे। फ्रांस से ये लड़ाकू विमान सोमवार को रवाना हुए। एयरबेस पर इन विमानों की अगवानी वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया करेंगे। बताया यह भी जा रहा है कि अंबाला में मौसम यदि खराब रहा तो ये फाइटर जोधपुर एयरबेस पर उतरेंगे।
राफेल सौदे पर दिग्विजय ने कई ट्वीट किए
कांग्रेस नेता ने राफेल डील और उसकी कीमत को लेकर कई ट्वीट किए हैं और प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला है। दिग्विजय ने पूछा, 'एक राफेल की कीमत कांग्रेस सरकार ने 746 करोड़ रुपए तय की थी लेकिन 'चौकीदार' महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी मांग करने के बावजूद आज तक एक राफेल कितने में खरीदा है, बताने से बच रहे हैं। क्यों? क्योंकि चौकीदार जी की चोरी उजागर हो जायेगी! 'चौकीदार' जी अब तो उसकी कीमत बता दें!'
फ्रांस से 36 राफेल खरीदने का हुआ है सौदा
फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए भारत सरकार ने चार साल पहले 59,000 करोड़ रुपए में सौदा किया। इस डील के तहत विमान का निर्माण करने वाली कंपनी दसौं ने अभी तक 10 राफेल विमान भारत को सौंपा है। पांच राफेल अभी फ्रांस में हैं जिन्हें ट्रेनिंग के लिए रखा गया है। कंपनी शेष लड़ाकू विमान 2021 के अंत तक भारत को उपलब्ध कराएगी। राफेल अत्याधुनिक तकनीक से लैस लड़ाकू विमान है। 4.5 पीढ़ी वाला यह फाइटर जेट सेमी स्टील्थ फीचर से लैस है। मिसाइलों से लैस हो जाने के बाद यह काफी घातक हो जाता है।
राफेल पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछे सवाल
इस डील को लेकर कांग्रेस लंबे समय से सरकार पर हमलावर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर कई बार पीएम मोदी पर हमला बोला। लोकसभा चुनाव के समय राहुल ने इसे चुनावी मुद्दा बनाने की भी कोशिश की। कांग्रेस इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गई लेकिन शीर्ष अदालत ने इस सौदे को लेकर सरकार को क्लिन चिट दिया और डील की सीबीआई जांच की मांग ठुकरा दी। यूपीए सरकार ने भी फ्रांस के साथ 126 राफेल के लिए करार करना चाहती थी।