Diwali in Ayodhya 2020: अयोध्या में इस साल दिवाली बेहद खास होने जा रही है आखिर ऐसा हो भी क्यों ना, राम मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त होने और अयोध्या में भूमि पूजन के बाद यहां कई गुना उत्साह के साथ इस बार दिवाली मनाई जाएगी हालांकि कोविड को देखते हुए लोगों की भागदारी उतनी नहीं होगी लेकिन इस बार दीपोत्सव का कार्यक्रम भी बेहद भव्य होने जा रहा है और पिछली बार से ज्यादा दीपक इस बार यहां जलाये जायेंगे।
सरकार ने इस बारे में खासी तैयारियां को हैं और सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से इसको लेकर प्रेजेंटेशन भी मांगा था और कहा जा रहा है कि सीएम योगी भी इस बार अयोध्या आयेंगे, करीब 28 साल बाद रामलला के दरबार में भी दीपक जगमगायेंगे और ये बेहद खास नजारा होगा।
दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत साल 2017 में योगी आदित्यनाथ ने किया था, इस उत्सव में निवासियों और स्वयंसेवकों, भक्तों को एक साथ आकर रिकॉर्ड संख्या 1.76 लाख मिट्टी के दीप जलाते हुए देखा गया था, वहीं राम मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है, ऐसे में इस मौके को खास बनाने की कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।
दीपोत्सव कार्यक्रम का प्रसारण टीवी पर किया जाएगा
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले राम लला की आरती उतारेंगे और उसके बाद ही दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम शुरू होगा,मगर कोरोना काल को देखते हुए लोगों की भारी संख्या इस बार नहीं होगी, प्रशासन ने कहा है कि दीपोत्सव कार्यक्रम का प्रसारण टीवी पर किया जाएगा लोग वहां पर इस कार्यक्रम को देख सकते हैं।
सरयू तट पर राम की पैड़ी में राम दरबार की एक और आकृति स्थापित होगी
कार्यक्रमों को लेकर अयोध्या प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। दीपोत्सव के दौरान शहर में एलईडी लाइटबॉक्स लगाई जाएंगी, शहर की सड़कों पर रथ पर सवार ‘राम दरबार’ को दशार्ती एक आश्चर्यजनक लाइफ-साइज आकृति भी दिखाई देगी वहीं सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी में राम दरबार की एक और आकृति स्थापित होगी।
इस बार पिछली बार से कहीं ज्यादा दीपक जलाये जाने की योजना
बीते साल दीपोत्सव में अयोध्या की प्रसिद्ध राम की पैड़ी पर 4.5 लाख दीप जलाए गए थे, इस बार पिछली बार से कहीं ज्यादा दीपक जलाये जाने की योजना है। बताया जा रहा है कि जो भी मेहमान होंगे उनको पहले से ही आमंत्रण पत्र भेजा जाएगा, इस साल कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूर्णरूपेण पालन करते हुए दीपोत्सव का आयोजन होना है, इसकी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं।
अवध यूनिवर्सिटी को मिली साढ़े पांच लाख दीप जलाने की जिम्मेदारी
अवध यूनिवर्सिटी को साढ़े पांच लाख दीप जलाने की जिम्मेदारी दी गई है। यूनिवर्सिटी के दीपोत्सव कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. शैलेंद्र वर्मा के मुताबिक 6 लाख दीयों की सप्लाई के लिए टेंडर निकाल दिया गया है। इस बार योगी सरकार बीते साल का रिकॉर्ड ब्रेक कर नया कीर्तिमान रचेगी। 11 से 13 नवंबर तक आयोजित होने वाले दीपोत्सव में 28 घाटों पर 6 लाख दीप सजाए जाएंगे इसमें से साढ़े पांच लाख दीप अवश्य जलाने की व्यवस्था की जा रही है।