- कोविड-19 की जांच में इस्तेमाल होने वाले एंटीबॉडी टेस्ट किट्स पर बड़ा फैसला
- स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि जिस देश से आए हैं वहां वापस भेजेंगे दोषी किट्स
- चीन से लाखों की संख्या में आए हैं एंटीबॉडी टेस्ट किट्स, कई राज्यों ने की है शिकायत
नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दोषयुक्त एंटीबॉडी टेस्ट किट्स पर बड़ा फैसला किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि सरकार दोषपूर्ण टेस्ट किट्स को संबंधित देशों को वापस भेजेगी और इसमें चीन भी शामिल है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन टेस्ट किट्स के लिए अभी एक भी पैसे का भुगतान नहीं किया गया है। हर्षवर्धन ने राज्य सरकारों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बातचीत में इसकी जानकारी दी। बता दें कि कई राज्य सरकारों ने एंटीबॉडी टेस्ट किट्स में खामी पाए जाने की शिकायत सरकार से की है। टेस्ट किट्स पर सरकार का यह बड़ा फैसला है।
एंटीबॉडी टेस्ट किट्स में खामी पाए जाने की शिकायत सबसे पहले राजस्थान ने की। इसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने भी इसके बारे में शिकायत की। राज्यों की शिकायत मिलने के बाद भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने राज्यों को इसका इस्तेमाल दो दिनों तक नहीं करने का निर्देश दिया। आईसीएमआर ने कहा कि वह इस दौरान इन शिकायतों की जांच करेगा।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि एंटीबॉडी टेस्ट किट्स में खामियां हैं और ये सही नतीजे नहीं दे रहे हैं। शर्मा ने कहा कि ये किट निगेटिव केस को भी पॉजिटिव बता रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक ये किट 100 फीसदी खरे नहीं हैं और भ्रामक नतीजे दे रहे हैं।
राज्यों की इस शिकायत के बाद कि ये टेस्ट किट्स भ्रामक एवं गुमराह करने वाले नतीजे दे रहे हैं, आईसीएमआर ने दो दिनों के लिए सभी राज्य सरकारों को एंटीबॉडी टेस्ट किट्स का इस्तेमाल न करने का निर्देश दिया। आईसीएमआर ने कहा कि वह कोविड-19 एंटीबॉडी टेस्ट किट्स की जांच करेगा।
बता दें कि कोविड-19 की जांच के लिए ज्यादातर टेस्ट किट्स की ज्यादातर आपूर्ति चीन की कंपनियों ने की है। पिछले सप्ताह चीन से पहली खेप में तीन लाख टेस्ट किट्स आए। आने वाले दिनों में कुल साढ़े छह लाख टेस्ट किट्स चीन से पहुंचने वाले हैं। इन किट्स को जरूरत के मुताबिक राज्यों को भेजा जा रहा है। राज्य इन किट्स का इस्तेमाल अपने यहां रेड जोन एवं हॉट स्पॉट जगहों पर कोविड-19 के संभावित मरीजों की जांच में कर रहे हैं लेकिन आईसीएमआर के निर्देश के बाद राज्यों ने इन किट्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।