देश में शराब की खपत को लेकर नए आंकड़े जारी किए गए हैं ये आंकड़े आपको हैरान कर देंगे ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शराब की खपत के मामले में बिहार के लोग महाराष्ट्र के पुरुषों की तुलना में अधिक शराब का सेवन करते हैं, जबकि बिहार में शराबबंदी लागू है और इसे लागू हुए भी खासा समय यानि करीब 4 साल से ज्यादा बीत चुके हैं।
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2019-20 की एक रिपोर्ट के अनुसार ड्राई स्टेट बिहार में शराब का सेवन महाराष्ट्र से भी ज्यादा हो रहा है और शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद बिहार में पुरुषों का एक बड़ा तबका शराब पी रहा है। तम्बाकू सेवन में पूर्वोत्तर राज्य सूची में सबसे आगे हैं।
वहीं महिलाओं के सबसे ज्यादा शराब पीने वाले राज्य में 16.2% और 7.3% सेवनकर्ताओं के साथ सिक्किम और असम का स्थान सबसे पहले है वहीं तेलंगाना इस मामले मे तीसरे स्थान पर है तेलंगाना में भी शराब का सेवन पिछले साल की तुलना में ज्यादा हो रहा है।
सबसे कम शराब पीने वाले राज्यों में गुजरात और जम्मू-कश्मीर शामिल
पुरुषों द्वारा सबसे कम शराब पीने वाले राज्यों में गुजरात और जम्मू-कश्मीर शामिल है। अधिकांश राज्यों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण महिलाओं में खपत काफी ज्यादा है, शराब की खपत में यह अंतर ग्रामीण और शहरी पुरुषों के बीच भी मौजूद है, लेकिन यह अंतर महिलाओं के बीच उतनी अधिक नहीं है।
तंबाकू की सबसे अधिक खपत मिजोरम में
बताते हैं कि बिहार में शराबबंदी से राज्य को करीब पांच हजार करोड़ रुपये के राजस्व की भी क्षति हो रही है।तंबाकू की सबसे अधिक खपत मिजोरम में होती है, जहाँ 77.8% पुरुष और लगभग 62% महिलाएँ इसका सेवन करती हैं, असम सहित उत्तर-पूर्वी राज्यों में पुरुषों और महिलाओं के बीच तंबाकू का उपयोग सबसे अधिक है।