- ओम प्रकाश चौटाला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच चल रही है
- ईडी की टीम ने तेजाखेड़ा फार्म हाउस स्थित चौटाला की संपत्ति को अटैच करने संबंधी नोटिस बोर्ड भी लगा दिया है
- चौटाला फिलहाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में 10 साल जेल की सजा काट रहे हैं
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों की एक टीम बुधवार को हरियाणा के सिरसा और पंचकूला में विवादित संपत्ति के मामले में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) की संपत्तियों पर कब्जे के लिए पहुंची। ओम प्रकाश चौटाला के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच चल रही है।
ओम प्रकाश चौटाला फिलहाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में 10 साल जेल की सजा काट रहे हैं और दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। टीम ने तेजाखेड़ा फार्म हाउस स्थित ओम प्रकाश चौटाला की संपत्ति को अटैच करने संबंधी नोटिस बोर्ड भी लगा दिया है। ईडी ने बताया, 'हमारी टीम चौटाला के स्वामित्व वाली संपत्तियों पर भौतिक कब्जा करने के लिए सिरसा और पंचकूला गई हैं। हमने यह नोटिस भी जारी किया था कि हम उक्त संपत्ति को कब्जे में ले रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि ईडी ने इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री की छह करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। ईडी अधिकारियों के अनुसार, सिरसा के तेजा खेड़ा इलाके में स्थित फार्म हाउस पर कब्जा करने के लिए जांच एजेंसी ने सीआरपीएफ के जवानों को भी अपने साथ लिया है।इस वर्ष 25 सितंबर को उस संपत्ति को कुर्क करने की पुष्टि हुई थी।
चौटाला फिलहाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में 10 साल जेल की सजा काट रहे हैं और वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। ईडी द्वारा चौटाला और अन्य के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर के आधार पर कार्रवाई की गई है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटों अभय चौटाला व अजय चौटाला के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत आरोप पत्र दायर किया था। ईडी के अनुसार, जांच के दौरान यह पता चला कि ओम प्रकाश चौटाला ने नई दिल्ली व पंचकूला में अचल संपत्तियां अर्जित की। इसके साथ ही सिरसा में एक आवासीय घर का भी निर्माण किया गया। यह संपत्ति अघोषित स्रोतों से प्राप्त धन से ली गई थी।