- शनिवार को भी नहीं दिखा ईंद का चांद, शाही ईमाम ने की घोषणा
- अब पूरे देश में सोमवार यानि 25 मई को मनाई जाएगी ईद
- लॉकडाउन की वजह से फीकी रही बाजारों की चमक, कोरोना की वजह से कम लोग निकले घरों से बाहर
Eid 2020: देशभर में ईद के चांद को लेकर तमाम तरह की अटकलें लग रही थी लेकिन अब इस बात की पुष्टि हो गई है कि ईंद कब मनाई जाएगी।ईद का चांद दिखने के साथ ही दूसरे दिन ईद मनाई जाएगी और इसके साथ ही 30 दिनों तक रखे जाने वाले रोजा खत्म हो जाएंगे। विश्वभर के मुस्लिम इस त्योहार को पूरे जोश और हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच देश के प्रमुख उत्सवों में शुमार ईद का त्योहार इस वर्ष बेहद सादगी से मनाया जाएगा।
नहीं दिखा आज भी चांद
इस्लामिक कलैंडर के हिसाब से रमजान के बाद आने वाले दसवें महीने शव्वाल में ईद-उल-फितर का पहला और इकलौता दिन होता है जिसमें मुसलामानों को रोजा रखने की अनुमति नहीं होती है। भारत में अभी तक चांद नहीं दिखा है और जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि शनिवार को चांद नहीं दिखा इसलिए अब सोमवार को ईद मनाई जाएगी।
पवित्र महीना है रमजान
पहले कहा जा रहा था कि आज शाम, यानि शनिवार 7.00 बजे के बाद वह चांद किसी भी पल दिख सकता है लेकिन ऐसा हुआ नहीं और अब यह रविवार को ही दिखेगा और सोमवार को ईद मनाई जाएगी। ईद अल-फितर, जिसे ईद के नाम से जाना जाता है, रमज़ान के पवित्र रोजे के महीने के अंत का प्रतीक है। इस दौरान लोग सुबह से शाम तकरोजा रखते हैं पवित्र कुरान का पाठ करते हैं।
खुशी का त्यौहार है ईद
ईद के त्यौहार के अवसर पर शीर कोरमा या सेवइयां तैयार करने से लेकर बिरयानी और कई तरह के पकवान तैयार किए जाते हैं। महिलाएं अपनी हथेलियों पर मेंहदी लगाती हैं और अपने बेहतरीन परिधान में तैयार होती हैं। जबकि पुरुष कुर्ता / पायजामा या पठानी और शलवार पहनते हैं।
घर पर ही नमाज अदा करने की अपील
दिल्ली की ऐतिहासिक फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन के मद्देनजर मुस्लिम समुदाय से अलविदा जुमा और ईद की नमाज़ घर में ही अदा करने की बृहस्पतिवार को अपील की।शाही इमाम ने एक वीडियो जारी कर कहा, 'आज कल लॉकडाउन चल रहा है। बीमारी फैलने का बहुत डर है। कानून की पाबंदियां हैं। लिहाजा जो परामर्श जारी किया जा रहा है उसी पर अमल करें।'
लॉकडाउन की पाबंदियों और कोरोना महामारी की वजह से बड़ी संख्या में प्रवासियों के शहर से चले जाने के कारण इस बार ईद की रौनक भी फीकी दिख रही है। बाजारों में भी चहल-पहल नहीं है।