- पश्चिम बंगाल के हंसखली में नाबालिग लड़की की गैंगरेप के बाद मौत हो गई।
- गैंगरेप मेंं टीएमसी के पंचायत नेता के बेटे का नाम सामने आया है।
- कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी है।
पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा कि सीएम के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए, वह पीड़िता के चरित्र पर सवाल नहीं उठा सकती हैं। अगर बलात्कार के मामले प्रतिदिन नहीं होते हैं, तो किसी को नहीं लगेगा कि कोई ममता बनर्जी शासित पश्चिम बंगाल में है। हर रोज हत्याएं और बलात्कार ममता के बंगाल का ट्रेडमार्क है।
मजूमदार ने कहा कि टीएमसी द्वारा पंचायत चुनाव के वोट लूटने के लिए प्रोत्साहित किए गए गुंडे फ्रेंकस्टीन राक्षस बन गए हैं जो सरकार और पुलिस से भी नहीं डरते हैं। ममता की टिप्पणी जहां उन्होंने पीड़िता पर आरोप लगाए और उनके चरित्र ने बंगाली समुदाय को शर्मिंदा किया।
ममता बनर्जी ने 11 अप्रैल को सार्वजनिक रूप से नाबालिग लड़की की मौत के कारण पर संदेह व्यक्त किया था, जिसे उसके परिवार ने सामूहिक बलात्कार के लिए जिम्मेदार ठहराया था और सोचा था कि क्या किसी के द्वारा थप्पड़ मारने के बाद उसकी मृत्यु हुई थी। उसने दावा किया था कि पीड़िता आरोपी के साथ रिश्ते में थी और भले ही वह गर्भवती थी। ममता के इस बयान की विपक्षी दलों ने चौतरफा आलोचना की थी।
उधर टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने गुरुवार को कहा था कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा की एक भी घटना एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले राज्य में नहीं होनी चाहिए और ऐसी घटनाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस होना चाहिए। रॉय ने कहा कि यह "शर्म की बात" है अगर पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में महिलाओं के खिलाफ एक भी अपराध की सूचना मिलती है।
रॉय ने उत्तर 24 परगना जिले में एक कार्यक्रम में कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अस्वीकार्य हैं। यह हम सभी के लिए शर्म की बात है, भले ही राज्य में महिलाओं के खिलाफ एक भी अपराध की घटना की सूचना दी जाती है, जिसका नेतृत्व एक महिला मुख्यमंत्री करते हैं। हमें महिलाओं के खिलाफ अपराध को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।
उनकी टिप्पणी हंसखली में सत्तारूढ़ टीएमसी पंचायत नेता के बेटे द्वारा कथित रूप से गैंगरेप के बाद नाबालिग लड़की की मौत के बाद आई है और कलकत्ता हाईकोर्ट ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी है। कोर्ट ने सीनियर पुलिस अधिकारी दमयंती सेन को राज्य में बलात्कार की चार घटनाओं की जांच करने का भी आदेश दिया था।
दूसरी ओर टीएमसी के राज्य महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने (रॉय) जो कहा उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य की महिलाएं पश्चिम बंगाल में सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने खुद पुलिस को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।