हम आपको अपनी स्पेशल रिपोर्ट फव्वारा या फर्जीवाड़ा दिखाएं। उससे पहले आपको स्पेशल और EXCLUSIVE वीडियो दिखाते हैं। ये वीडियो उन्हीं नंदी का है, जो अपने शिव का इंतजार कर रहे हैं। ये EXCLSUIVE वीडियो कुछ दिन पुराना है। पहले आप उन नंदी को देखिए। फिर दूसरा वीडियो देखिए और अब देखिए श्रृंगार गौरी का वीडियो। ये वीडियो भी EXCLUSIVE है। आप विवादित स्थल के पास पहली बार श्रृंगार गौरी की पूजा का वीडियो देखेंगे। ये वीडियो भी पुराना है।
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद का मामला कोर्ट में है। कोर्ट के सामने सर्वे और वीडियोग्राफी की रिपोर्ट पेश कर दी गई, जब ज्ञानवापी में सर्वे हो रहा था, तो सर्वे के दौरान सामने आया कि ज्ञानवापी में वजुखाने वाली जगह पर एक ऐसी चीज मिली है। जिसे हिंदू पक्ष शिवलिंग कह रहा है जबकि मुस्लिम पक्ष इसे शिवलिंग नहीं फव्वारा कह रहा है। आज हम आपको तथ्यों और सबूतों के साथ बता रहे हैं कि ज्ञानवापी में जो मिला फव्वारा है या फिर फर्जीवाड़ा?
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में इस बयान ने केस की दशा और दिशा ही बदलकर रख दी। सोमवार की सुबह जब केस से जुड़े हिंदू पक्षकार सोहनलाल आर्य सर्वे के बाद ज्ञानवापी परिसर से बाहर आए तो चेहरे पर खुशी और मन में उत्साह था। सोहनलाल आर्य ने देश को बताया कि ज्ञानवापी में बाबा मिल गए। उनके बयान के बाद काशी ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों में हर-हर महादेव की गूंज सुनाई देने लगी थी।