- हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर का बड़ा बयान, किसानों से 2 से 3 दिन में शुरू हो सकती है बातचीत
- खट्टर बोले- उम्मीद है कि बातचीत से रास्ता सुलझ जाना चाहिए
- किसान पिछले 24 दिन से दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं।
नई दिल्ली। किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अन्नदाता भीषण ठंड में सड़क पर हैं उससे वो खुद परेशान हैं। उनकी अपील है कि किसान नेता और संगठन विचार कर एक बार वार्ता करने के लिए आगे आएं क्योंकि सरकार उनकी बात सुनने के लिए तैयार है। ऐसा कोई विषय नहीं जिसे बातचीत के जरिए सुलझाया ना जा सके। खुद पीएम मोदी भी स्पष्ट कर चुके हैं कि लोकतंत्र में विरोध के बीच भी संवाद का रास्ता नहीं बंद होना चाहिए।
2-3 दिन में किसानों से हो सकती है बातचीत
हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर का कहना है उनकी समझ से अगले 2-3 दिनों में बात हो सकती है। इस मुद्दे (किसानों के विरोध) का हल चर्चा के माध्यम से मिलना चाहिए। मैंने कहा है कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाना चाहिए।मैं पंजाब के किसानों से अपील करता हूं कि वे SYL (सतलुज यमुना लिंक) नहर मामले पर गंभीरता से विचार करें। हरियाणा के किसान सिंचाई की कमी से जूझ रहे हैं। मैंने इस मुद्दे को उठाया है। हम मांग करते हैं कि एसवाईएल नहर का निर्माण पूरा होना चाहिए।
कोई भी कानून 100 फीसद डिफेक्टिव नहीं होता
बड़ी बात यह है कि बातचीत शुरू करने के लिए दोनों पक्ष अपने अपने मंचों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन साझा जगह पर नहीं बैठ रहे हैं और टकराव कायम है। किसानों का कहना है कि वो कृषि कानूनों को पूरी तरह से खारिज किए जाने से कम पर तैयार नहीं है तो सरकार का कहना है कोई भी कानून शत प्रतिशत खामी वाला नहीं होता है। अगर किसी तरह की व्यवहारिक दिक्कत आती है तो उस विषय पर विचार किया जाता है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अनौपचारिक तौर पर बातचीत जारी है और वो उम्मीद करते हैं कि इस साल के अंत तक निश्चित तौर पर समाधान आएगा जिसे किसान संगठन स्वीकार कर लेंगे।