नई दिल्ली : केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर बीते करीब तीन महीने से किसानों का जमावड़ा है, जो इन कानूनों को किसानों के लिए अहितकर करार देते हुए इन्हें वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार और बीजेपी लगातार इस बात पर जोर दे रही है कि ये कानून किसानों के हित में हैं। अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता व छत्तीसगढ़ पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस मसले पर बात की है।
बीजेपी के उपाध्यक्ष रमन सिंह ने किसानों के आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया और यह भी कहा कि देशभर के किसान इन कानूनों से खुश हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में लोग इसका स्वागत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि विधानसभा चुनावों पर इसका कोई असर नहीं होगा और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन सियासी पंडितों को चौंकाने वाला होगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एनडीएमसी कनवेंशन सेंटर में रविवार को आयोजित बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठकर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए, जहां उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों की बात सुनी तो कई दिशा-निर्देश भी उन्हें दिए। बैठक में पश्चिम बंगाल, असम सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव, आत्मनिर्भर भारत अभियान और तीन कृषि कानूनों को लेकर भी चर्चा हुई, जिसके बाद बीजेपी ने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि ये कानूनों किसानों के हित में हैं और उनकी आय बढ़ाने वाले साबित होंगे।
बैठक के बाद बीजेपी उपाध्यक्ष रमन सिंह ने कहा, 'यह (किसान आंदोलन) राजनीति से प्रभावित है। देशभर के किसान कृषि कानूनों से खुश हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में इन कानूनों का स्वागत हो रहा है। मुझे लगता है कि धरना-प्रदर्शन को जारी रखना कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों की साजिश है।'
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। बीजेपी पदाधिकारियों ने भरोसा जताया है कि पार्टी पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतेगी। उन्होंने कहा, 'हम असम में भी जीतने जा रहे हैं।'