केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संगठनों का संयुक्त किसान मोर्चा ने आज (26 जनवरी 2021) ट्रैक्टर रैली निकाली। यह सिंघू बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर तथा गाजीपुर (यूपी गेट) से निकाली गई। दिल्ली से लगे सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कुछ ग्रुप पुलिस की बैरिकेटिंग को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए। इसके बाद ये किसान काफी समय तक मुकरबा चौके पर बैठे, लेकिन फिर उन्होंने वहां लगाए गए बैरिकेड और सीमेंट के अवरोधक तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद किसानों के समूह पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है।
किसान ट्रैक्टर रैली का घटनाक्रम -
राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड के जरिए प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने अब तक 15 प्राथमिकियां दर्ज की हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, 'मंगलवार को पूर्वी जिले में तीन और शाहदरा जिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई।' गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसानों की ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था।
वहीं सरकार ने एहतियातन राजधानी में अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने का फैसला किया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शांति कायम करने तथा कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी।
ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के 109 जवान घायल हो गए, बताया जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों को सिविल लाइन अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है वहीं कुछ पुलिसकर्मियों को लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती किया गया है।
गणतंत्र दिवस परेड में शामिल बच्चों सहित करीब 200 कलाकार मंगलवार को लाल किले के पास उस समय फंस गए जब ट्रैक्टर परेड में शामिल किसान हिंसक हो गए और अवरोधकों को तोड़ कर प्रदर्शनकारी मुगल स्मारक में घुस गए। बाद में दिल्ली पुलिस के जवानों ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोपहर में करीब दो घंटे तक फंसे रहने के बाद उन्हें दिल्ली पुलिस के जवानों ने सुरक्षित बचा लिया। उन्हें नाश्ता दिया गया और सुरक्षित वहां से निकाला गया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है, और सभी प्रतिभागियों से तुरंत अपने संबंधित विरोध स्थलों पर वापस लौटने की अपील की है। एसकेएम ने घोषणा की कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा की जाएगी और जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
वहीं हरियाणा के तीन जिलों में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कल शाम 5 बजे तक 24 घंटे सोनीपत, झज्जर और पलवल में कोई इंटरनेट नहीं।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टर परेड के लिए पूर्व निर्धारित शर्तों पर बनी सहमति का पालन नहीं किया और हिंसा तथा तोड़फोड़ की जिसमें अनेक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
पुलिस ने एक बयान में यह भी दावा किया कि बल ने रैली की शर्तों के अनुपालन के लिए सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया गया।
दिल्ली पुलिस का बयान तब आया है जब राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसक दृश्य देखने को मिले। किसानों ने नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विभिन्न स्थानों से दिल्ली में प्रवेश किया, लेकिन इस ट्रैक्टर परेड में हिंसा की घटनाएं हुईं। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी ईश सिंघल ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों ने रैली के लिए निर्धारित शर्तों का उल्लंघन किया। किसानों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही ट्रैक्टर रैली शुरू कर दी। उन्होंने हिंसा और तोड़फोड़ की।’’
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में बिगड़ते हालात के मद्देनजर गृह मंत्री अमित शाह ने आपात बैठक बुलाई है। बैठक में दिल्ली पुलिस, इंटेलिजेंस और गृह मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद रहे।
पुलिस ने करीब 90 मिनट तक चली अफरातफरी के बाद प्रदर्शनकारी किसानों को लालकिला परिसर से हटा दिया। किसान अपनी ट्रैक्टर परेड के निर्धारित मार्ग से हटकर इस ऐतिहासिक स्मारक तक पहुंच गए थे जहां उन्होंने अपने झंडे लगा दिए। लालकिले पहुंचे प्रदर्शनकारी उस ध्वज-स्तंभ पर भी अपना झंडा लगाते दिखे जिसपर प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। इन प्रदर्शनकारियों में ‘निहंग’ भी शामिल थे। बाद में, पुलिस ने लालकिला परिसर को खाली कराने के लिए लाठीचार्ज किया। इससे पहले लगातार उद्घोषणा की जा रही थी कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से लालकिले से हट जाएं।
सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के प्रदर्शन के बीच दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद करने का मंगलवार को आदेश जारी किया। दूरसंचार विभाग के मुताबिक संचार सेवा प्रदाता कंपनियों को भेजे गए एक सरकारी आदेश में गणतंत्र दिवस के दिन सिंघू, गाजीपुर, टीकरी, मुकरबा चौक और नांगलोई तथा उनसे लगे दिल्ली के इलाकों में दोपहर 12 बजे से रात 11 बजकर 59 मिनट तक इंटरनेट सेवा अस्थायी तौर पर स्थगित करने का निर्देश दिया गया है। दूरसंचार विभाग के प्रवक्ता के मुताबिक इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश स्थानीय कानून के तहत जारी किया गया है, ना कि विभाग के द्वारा। प्रदर्शन स्थल के करीब रहने वाले लोगों ने कहा है कि उनके इलाके में इंटरनेट सेवा निलंबित होने के बारे में उनके मोबाइल पर एसएमएस आ रहे हैं।
ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली के आईटीओ पर ट्रैक्टर पलटने से उसमें सवार एक किसान की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि मृतक किसान से जुड़ी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति की मौत उस समय हुई जब उसका ट्रैक्टर पलट गया। उन्होंने बताया कि वह पूर्व निर्धारित मार्ग को छोड़कर गाजीपुर बॉर्डर के रास्ते दाखिल हुए प्रदर्शनकारी किसानों के साथ आया था। पुलिस ने बताया कि परेड में शामिल व्यक्ति ट्रैक्टर चला रहा था और ट्रैक्टर पलटने पर वह उसके नीचे दब गया। पुलिस ने बताया कि किसानों ने शव को तिरंगे में लपेट कर आईटीओ क्रॉसिंग पर रखा है और पुलिस को शव पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं ले जाने दे रहे हैं। किसानों ने वहां मौजूद मीडिया कर्मियों पर भी हमला किया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं। हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा करते हैं, जो आज घटित हुई हैं। ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोग हमारे सहयोगी नहीं हैं।
दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह ने कहा कि हम सुबह से किसानों से अपील कर रहे हैं कि जो रास्ता दिल्ली पुलिस के साथ बैठक में तय हुआ है उसका पालन करें। काफी लोग उस रास्ते से चले गए हैं लेकिन कई लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की,बैरिकेड तोड़े। हमारे कुछ लोग घायल हुए हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने कहा कि दिलशाद गार्डन, झिलमिल और मानसरोवर पार्क मेट्रो स्टेशन के प्रवेश / निकास द्वार बंद हैं। जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश / निकास द्वार बंद हैं। कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं हैं।
ट्रैफिक अलर्ट : कापसहेड़ा चौक से बिजवासन रोड तक ट्रैफिक की आवाजाही बंद है। कापसहेड़ा बॉर्डर और समालखा टी पॉइंट से डायवर्सन दिया गया है। द्वारका मोर से उत्तम नगर ईस्ट मेट्रो स्टेशन तक ट्रैफिक की आवाजाही बंद है। द्वारका मोरे से डायवर्सन दिया गया है।
तय रूटों से हटकर किसानों की ट्रैक्टर रैली दिल्ली के लालकिला पहुंच गई है। किसान लालकिले के भीतर प्रवेश कर गए हैं। लालकिले पर अपने झंडे फहराए।
दिल्ली: प्रदर्शनकारी किसानों ने आईटीओ इलाके में पुलिसकर्मियों पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ी में भी तोड़-फोड़ की। मयूर विहार इलाके में किसान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ी। पुलिस आईटीओ इलाके में किसान प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल कर रही है। आईटीओ पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प, कई लोग घायल हुए। मध्य दिल्ली में आईटीओ में हिंसा जारी है, प्रदर्शनकारियों द्वारा चलाए जा रहे ट्रैक्टर जानबूझकर पुलिस कर्मियों पर चलाने की कोशिश करते हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने कहा कि किसानो की रैली को देखते हुए सामयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोर, जहांगीर पुरी, आदर्श नगर, आजादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा और सिविल लाइंस के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं। साथ ही डीएमआरसी ने कहा कि इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के प्रवेश / निकास द्वार और ग्रीन लाइन की सभी स्टेशन बंद हैं।
मध्य दिल्ली के आईटीओ पहुंचे प्रदर्शनकारी किसानों के समूह को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। गाजीपुर बॉर्डर के पास शाहदरा में चिंतामणि चौक पर दिल्ली पुलिस ने किया लाठीचार्ज, किसानों ने ट्रैक्टरों से अवरोधकों को हटाया। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सभी प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं, हम किसानों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हैं।
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकरी किसानों ने मुकरबा चौक पर पुलिस बैरिकेडिंग को हटाया।
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकरी किसानों ने करनाल बाईपास पर दिल्ली के अंदर प्रवेश करने के लिए पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ी।
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पांडव नगर के पास पुलिस बैरिकेडिंग को हटाया।
दिल्ली: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।
सिंघु बॉर्डर से किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे और वापस आ जाएंगे। हमें रिंग रोड पर जाना है लेकिन पुलिस रोक रही है। लोग आ रहे हैं उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे। 30-45 मिनट का समय दिया गया है तब तक हम यहीं बैठेंगे और फैसला करेंगे।
दिल्ली: संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया। सिंघू बॉर्डर से किसान की ट्रैक्टर रैली यहां पहुंची थी।
गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली शुरू हो गई है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि हमें एक रूट दिया गया है हम उसी रूट से जा रहे हैं। आंदोलन खत्म नहीं होगा। नियमों का पूरा पालन किया जाएगा।
सिंघु बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची। रैली डीटीयू-शाहबाद-एसबी डेयरी-दरवाला- बवाना टी-पॉइंट- कंझावला चौक-खरखौदा टोल प्लाजा की ओर जाएगी। कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली दिल्ली में दाखिल हुई।
किसानों की ट्रैक्टर रैली को देखते हुए पुलिस गाज़ीपुर बॉर्डर पर ड्रोन की मदद से निगरानी कर रही है। दिल्ली: गणतंत्र दिवस और किसान ट्रैक्टर रैली को देखते हुए रोहतक रोड पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सिंघु बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली कंझावला चौक-औचंदी बॉर्डर-केएमपी-जीटी रोड जंक्शन की ओर बढ़ते हुए। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की ट्रैक्टर रैली धंसा बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) से शुरू हुई।
कृषि क़ानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ी। सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कुछ समूह पुलिस की बैरिकेटिंग को तोड़कर दिल्ली में दाखिल हो गए। अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा कर्मियों ने किसानों को समझाने की कोशिश भी की और कहा कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के खत्म होने के बाद उन्हें दिल्ली में ट्रैक्टर परेड करने की अनुमति दी गई है। अधिकारी ने कहा कि लेकिन किसानों के कुछ समूह माने नहीं और पुलिस के अवरोधक तोड़ कर आउटर रिंग रोड की ओर बढ़ने लगे।
केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे 41 किसान संघों के प्रमुख संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ के एक सदस्य ने कहा कि अवरोधक तोड़ने वाले लोग ‘किसान मजदूर संघर्ष कमेटी’ के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि किसानों की ट्रैक्टर परेड पुलिस की अनुमति के बाद निर्धारित समय पर शुरू होगी।
प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने 1 फरवरी को संसद तक पैदल मार्च करने की भी घोषणा की है, जिस दिन संसद में सालाना बजट पेश किया जाएगा। दिल्ली में सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रस्तावित ‘किसान गणतंत्र परेड’ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।