नई दिल्ली: सेक्टर 93ए के तहत नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स को आज दोपहर 2:30 बजे ध्वस्त कर दिया जाएगा। सेक्टर-93-ए में बने 103 मीटर ऊंचे एपेक्स और 97 मीटर ऊंचे सियान टावर को ध्वस्त करने के लिए 3700 किलो विस्फोटक अलग-अलग फ्लोर पर लगाया गया है। वहीं विध्वंस से नोएडा में धूल के कारण वायु प्रदूषण पैदा होने की आशंका है। ऐसे में सेक्टर-93A के पास के अस्पताल किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
जेपी अस्पताल ने एक बयान में कहा कि हम जेपी अस्पताल सेक्टर 128 नोएडा में कल के विध्वंस के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमने कल के लिए आठ आपातकालीन विभाग बेड और 12 आईसीयू बेड समर्पित किए हैं। साथ ही, सभी आवश्यक दवाओं और उपकरणों से लैस एक एसीएलएस एम्बुलेंस किसी भी दुर्घटना के लिए स्टैंडबाय पर होगी।
इसने आगे कहा कि स्थिति को संभालने के लिए आपातकालीन विभाग के डॉक्टरों, महत्वपूर्ण देखभाल विशेषज्ञों, आर्थोपेडिक सर्जनों और न्यूरोसर्जन सहित डॉक्टरों का एक समूह अस्पताल में उपलब्ध रहेगा। अस्पताल का प्रशासन अन्य सभी सहायक कर्मचारियों के साथ जिम्मेदारी संभालने के लिए सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा हमारे ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में ब्लड को स्टॉक में रखा गया है ताकि इसका उपयोग किया जा सके। अगर जरूरी हो तो।
फेलिक्स अस्पताल में भी तैयारियां हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि डॉक्टर, पैरामेडिक्स और नर्स सभी किसी भी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहेंगे। अस्पताल विध्वंस स्थल से महज 4 किमी दूर है। फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ डीके गुप्ता ने कहा कि अस्पताल की 12वीं मंजिल पर जनरल वार्ड आपात स्थिति के लिए तैयार है, जबकि 7वीं मंजिल पर आईसीयू बेड पूरी तरह से तैयार किए गए हैं। अस्पतालों में कुल 50 बेड की व्यवस्था होगी जिसमें इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू, एनआईसीयू कार्डियक वार्ड और सामान्य वार्ड शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर कॉल पर भी उपलब्ध रहेंगे और हमने कल के लिए अपने कर्मचारियों के सभी छुट्टी रद्द कर दी गई है। हमने एम्बुलेंस सेवा के लिए 24X7 आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
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डॉ गुप्ता ने आगे कहा कि अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, SPO2 92 प्रतिशत से कम, सीने में दर्द, आंखों में लालिमा, त्वचा की समस्या, सिरदर्द, रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है, तो उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ग्रेटर नोएडा में सरकारी आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) ट्विन टावरों के विध्वंस के बाद अगर आवश्यक हो तो मेडिकल आपातकाल से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
जीआईएमएस के डायरेक्टर डॉ राकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि हमें सरकार से अलग से कोई निर्देश नहीं मिला है, लेकिन हम पूरी तरह से तैयार हैं। मुझे उम्मीद है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। विध्वंस के प्रभाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रभाव कब तक रहेगा, यह कहना मुश्किल है, लेकिन यह सब पर्यावरणीय परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है। नोएडा ट्विन टावर में रविवार दोपहर 2.30 बजे विस्फोट होना है।