- यूपी में सिर्फ ठाकुरों का हो रहा है काम, आप सांसद संजय सिंह पर इस तरह के बयान देने का आरोप
- यूपी के लखीमपुर में दर्ज कराई गई एफआईआर
- संजय सिंह पर जातीय समरसता खत्म करने का आरोप
लखनऊ। आम आदमी पार्टी संजय सिंह पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ पर टिप्पणी के मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ कोतवाली में एक शख्स ने एफआईआर कराई है। संजय सिंह पर आरोप लगा है कि उन्होंने समाज को बांटने वाला बयान दिया है। दरअसल 12 अगस्त को अपने सहयोगियों के साथ उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उस प्रेस कांफ्रेंस में संजय सिंह ने कहा था कि मौजूदा सरकार में चुन-चुन को लोगों को मारा जा रहा है। यही नहीं ब्राह्मणों पर अत्याचार भी हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा था कि किसी भी ब्राह्मण से पूछ लें, वह सब कुछ बताएगा जो वो कह रहे हैं।
संजय सिंह पर जातीय टिप्पणी का आरोप
संजय सिंह ने कहा था कि बीजेपी सरकार में 58 विधायक ब्राह्मण हैं, लेकिन वो सब सरकार की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा भी ब्राह्मण हैं, कुछ बोल नहीं पाते हैं। राष्ट्रपति दलित समाज से हैं । लेकिन राम मंदिर शिलान्यास में नहीं बुलाया गया। केवल ठाकुरों का काम हो रहा है। संजय सिंह पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपनी घटिया बयानबाजी के दौरान राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और विधायकों हर एक निशाना साधा है। शिकायत करने वाले शख्स का कहना है कि संजय सिंह ने संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन किया है।
यूपी के लखीमपुर में दर्ज करायी गई है एफआईआर
एफआईआर दर्ज कराने वाले शख्स का कहना है कि किसी जिम्मेदार सांसद से इस तरह के बयान की अपेक्षा नहीं की जाती है। जहां तक यूपी में जातीय समरसता की बात है तो वो इस सरकार के कार्यकाल में बढ़ी है। सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए आप सांसद को बयान नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से समाज में कटुता का निर्माण होता है। उनके द्वारा एफआईआर दर्ज कराने के पीछे बड़ी वजह यह है कि लोग खासतौर से जिम्मेदार शख्स इस तरह की बयानबाजी से बचें।