नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कहने वाले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत मिली है। हाई कोर्ट ने नासिक में दर्ज FIR मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई को 17 सितंबर तक टाल दिया है। नारायण राणे ने अपनी याचिका में अपने खिलाफ दर्ज तीन FIR को रद्द करने की अपील की है। महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे हाई कोर्ट से कहा कि वह भाजपा नेता नारायण राणे के खिलाफ नासिक साइबर पुलिस प्राथमिकी में उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगी। उद्धव ठाकरे के खिलाफ बयान देने के मामले में उनके खिलाफ ये एफआईआर दर्ज की गई थीं। उन्हें मंगलवार दोपहर को गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि रात को उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई।
वहीं नारायण राणे के बेटे नीतेश राणे ने आरोप लगाया है कि बंगाल की तरह महाराष्ट्र में भी सरकार के इशारे पर बीजेपी के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। नीतेश राणे ने आरोप लगाया है कि लोगों को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी नारायण राणे की है लेकिन यहां पर गुंडों की तारीफ कर रहे हैं। महाराष्ट्र में आज के शासन में सिर्फ ठगों की सुरक्षा की जा रही है।
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बीच विवाद के बाद से मुंबई की सियासत गरमा गई है। शिवसैनिक काफी आक्रामक हो गए हैं। लिहाजा कई जगहों पर बीजेपी कार्यालय के बाहर सुरक्षा तैनात कर दी गई है। बावजूद इसके कई जगहों पर बीजेपी के दफ्तरों में तोड़फोड़ की जा रही है और पार्टी नेताओं के साथ मारपीट की जा रही है। उल्हासनगर से भी एक वीडियो सामने आया है, जहां उल्हासनगर महानगरपालिका में बीजेपी के मनोनीत नगरसेवक प्रदीप रामचंदानी और उनके बेटे की पिटाई कर दी गई। आरोप है कि ये मारपीट शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने की। ये वीडियो कल का है। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि मारपीट कर रहे लोगों ने पहले प्रदीप रामचंदानी के साथ बुरी तरह से मारपीट की और फिर उनके चेहरे पर स्याही पोतकर उनका मुंह काला करने की कोशिश की गई। इस मामले में सबसे बड़ी बात ये है कि पूरी घटना को पुलिस की मौजूदगी में अंजाम दिया गया।
कल्याण में भी बीजेपी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और कार्यकर्ता को पीटा गया। आरोप है कि तोड़पोड़ करने आए शिवसैनिकों ने बीजीपी कार्यकर्ता के बच्चों की भी पिटाई की। बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता ने शिवसैनिकों को रोकने की कोशिश भी की लेकिन तभी दोनों गुटों में आपस में मारपीट हो गई और इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। इस घटना पर बाजारपेठ थाने में ममाला दर्ज किया गया है।