- मध्य प्रदेश के डिंडौरी में केस दर्ज
- बीजेपी नेताओं ने दर्ज कराई शिकायत
- राष्ट्पति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी
देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा दिये गए अमर्यादित व अनर्गल टिप्पणी से आहत होकर आदिवासी कद्दावर नेता व भाजपा के रास्ट्रीय मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे की लिखित शिकायत पर डिंडोरी कोतवाली पुलिस ने 0 पर कायमी कर धारा 153(2),505 A के तहत मामला कायम कर दिल्ली भेजा जा रहा है।
बीजेपी नेताओं ने की थी शिकायत
इस पूरे मामले में आदिवासी भाजपा नेता व राष्ट्रीय मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे व विनोद गोटिया कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त (मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष) बड़ी संख्या में भाजपा कर्तकर्ताओ के साथ गुरुवार की शाम डिंडोरी कोतवाली थाना पहुँचे। कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए ओमप्रकाश धुर्वे ने कहा कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा आदिवासी समाज को आहत करने वाला बयान दिया है और आदिवासी समाज का अपमान किया है।जिसको लेकर डिंडोरी कोतवाली थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवा कर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की मांग की गई है।
अधीर रंजन चौधरी ने क्या कहा था
चौधरी ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि ‘‘चूकवश’’ उनके मुंह से एक शब्द निकल गया जिसे भाजपा ‘तिल का ताड़’ बना रही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात कर माफी मांगेंगे, लेकिन ‘‘इन पाखंडियों’’ से माफी नहीं मांग सकते।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है और यदि उनके बयान से वह आहत हुई होंगी तो वह उनसे माफी मांगेंगे।
संसद के बाहर और भीतर हंगामा
संसद के बाहर और भीतर कांग्रेस पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी ने कहा कि चौधरी ने जिन शब्दों का इस्तेमाल राष्ट्रपति का अपमान करने के लिए किया है, वह उसका अर्थ भी जानते हैं और यह भारतीय मूल्यों के खिलाफ है।इस विषय पर संसद के दोनों सदनों में हंगामा भी हुआ और भाजपा की महिला सांसदों ने संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया।राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सीतारमण ने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह शब्द गलती से कांग्रेस नेता के मुंह से निकल गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने जानबूझकर ऐसा किया है।उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के लिए ऐसी टिप्पणी राष्ट्रपति के साथ-साथ महिलाओं का भी अपमान है।उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहना ‘सेक्सिस्ट’ टिप्पणी है।’’