नई दिल्ली : दिल्ली में प्रसिद्ध लुटियंस इलाके से कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आया है, जिसके बाद यहां बंगाली मार्केट को सील कर दिया गया है। इस इलाके में जिस शख्स में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है, वह बंगाली मार्केट मस्जिद से सटे इलाके में रहता था। हालांकि मस्जिद के किसी भी शख्स में कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया है।
लगभग 2000 लोगों की स्क्रीनिंग
इस संबंध में जारी एक बयान के अनुसार, यहां कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट मिलने के बाद बंगाली मार्केट इलाके के 325 घरों और दो बाजारों में गहन जांच की गई। इस दौरान लगभग 2000 लोगों की स्क्रीनिंग हुई। हाउस टू हाउस सर्वे के दौरान बंगाली मार्केट इलाके में दो कामगार बेहद अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में रहते पाए गए। यहां एक दुकान में करीब 35 लोग छोटी सी जगह पर रहते भी पाए गए, जहां 'सोशल डिस्टेंसिंग' के नियमों का बिल्कुल भी पालन नहीं हो रहा था।
क्या है 'लुटियंस दिल्ली'?
यहां उल्लेखनीय है कि 'लुटियंस दिल्ली' शब्द का इस्तेमाल राष्ट्रीय राजधानी के उस इलाके के लिए किया जाता है, जिसे तकरीबन 100 साल पहले अंग्रेजों ने भारत की राजधानी के तौर बसाया था। तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत ने दिल्ली के इस इलाके में कई सरकारी इमारतों और बंगलों का निर्माण किया था, जिसके प्रमुख वास्तुकार एडविन लुटियंस थे। बंगाली मार्केट इसी 'लुटियंस दिल्ली' क्षेत्र में आता है, जहां से कुछ ही दूरी पर सरकारी इमारतें, नेताओं व मंत्रियों के आवास व दफ्तर भी हैं।
दिल्ली में 20 हॉट-स्पॉट
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केजरीवाल सरकार ने 20 हॉट-स्पॉट की भी पहचान की है, जिन्हें पूरी तरह से सील किया जा रहा है। सरकार ने यहां मास्क पहनना भी अनिवार्य कर दिया है और कहा है कि कोई भी मास्क के बगैर घर से बाहर नहीं निकलेगा। यह फैसला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अन्य संबंधित अधिकारियों की बैठक के बाद लिया गया।
मास्क पहनना अनिवार्य
इस बैठक के बाद सिसोदिया ने बताया कि घर से बाहर निकलने वालों का मास्क पहनना अनिवार्य है। अगर कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया था कि दिल्ली में मास्क पहनना अब अनिवार्य होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कपड़े का मास्क भी कारगर होगा। दिल्ली में कोरोना वायरस के 669 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 9 लोगों की इस घातक संक्रमण के कारण जान जा चुकी है।