- भारत में मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ा
- केरल में मंकीपॉक्स से पहली मौत!
- केरल के शख्स की UAE में ही पॉजिटिव आई थी रिपोर्ट
Monkeypox: भारत में मंकीपॉक्स का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इस बीच केरल के त्रिशूर जिले में मंकीपॉक्स के लक्षणों वाले एक 22 साल के युवक की मौत हो गई। युवक 21 जुलाई को यूएई से लौटा था। वहीं राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कराने की घोषणा की है। रविवार को केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि 22 साल के युवक की मौत के कारणों की जांच करेंगे, जो हाल में संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था और शनिवार को कथित रूप से मंकीपॉक्स के कारण उसकी मौत हो गई थी।
भारत में मंकीपॉक्स से पहली मौत!
उन्होंने आगे कहा कि युवक यूएई में ही मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था। युवक 21 जुलाई को भारत पहुंचा, जबकि यूएई छोड़ने से एक दिन पहले ही उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उसके सैंपल की रिपोर्ट अब तक आई नहीं है। उन्होंने कहा कि मरीज युवा था और उसे कोई और बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी कोई अन्य दिक्कत नहीं थी, लिहाजा स्वास्थ्य विभाग उसकी मौत के कारणों का पता लगा रहा है।
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युवक को अस्पताल में भर्ती कराने में देरी की होगी जांच- स्वास्थ्य मंत्री
साथ ही स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि 21 जुलाई को यूएई से आने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराने में देरी क्यों की गई। स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से कहा कि मंकीपॉक्स का ये खास प्रकार कोविड-19 जैसा उच्च स्तर का संक्रामक नहीं है, लेकिन ये फैलता है। तुलनात्मक रूप से मंकीपॉक्स के इस प्रकार से मृत्यु होने की दर कम है, इसलिए हम जांच करेंगे कि इस विशेष मामले में 22 साल के युवक की मौत क्यों हुई क्योंकि उसे कोई अन्य बीमारी या स्वास्थ्य समस्या नहीं थी।
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उन्होंने कहा कि चूंकि मंकीपॉक्स का ये प्रकार फैलता है, इसलिए इसे रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने ये भी कहा कि अन्य देशों से बीमारी के विशेष प्रकार के बारे में कोई अध्ययन उपलब्ध नहीं है, जहां इस बीमारी का पता चला है और इसलिए केरल इस पर अध्ययन कर रहा है।