- अलग-अलग क्षेत्र के फिटनेस के दिग्गजों से पीएम मोदी ने की बात
- विराट कोहली ने कहा-खिलाड़ियों के लिए फिटनेस बहुत जरूरी
- पीएम ने कहा कि मन से काम करने पर आपको ऊर्जा भी मिलती है
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'फिट इंडिया मूवमेंट' के एक साल पूरे होने के मौके पर गुरुवार को 'फिट इंडिया डॉयलाग' कार्यक्रम में शरीक हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संपन्न हुए इस कार्यक्रम में पीएम ने फिटनेस के दिग्गजों के साथ बातचीत की। इस दौरान फिटनेस की हस्तियों ने अच्छी सेहत के लिए टिप्स दिए। इस कार्यक्रम में भारतीय क्रिकेट के कप्तान विराट कोहली, मॉडल मिलिंद सोमन और न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर शामिल हुए। कार्यक्रम से केंद्रीय खेल मंत्री किरन रिजिजू भी जुड़े रहे।
खिलाड़ियों के लिए फिटनेस बहुत मायने रखता है-कोहली
'फिड इंडिया डॉयलॉग' कार्यक्रम के दौरान पीएम ने 'फिट इंडिया एज एप्रोप्रियेट फिटनेस प्रोटोकॉल' लॉन्च किया। इस मौके पर पीएम से बात करते हुए क्रिकेटर कोहली ने कहा, 'एक क्रिकेटर के रूप में शुरुआती दौर में मैंने अपने जीवन में अहम बदलाव महसूस किया। खेल की शारीरिक जरूरतें बदल गई थीं। मैंने महसूस किया कि ऐसे क्रिकेटर जो खेल को पूरी तरह से जीना चाहते हैं उनके लिए फिटनेस बहुत मायने रखता है।'
'अफशान आशिक महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत'
इस दौरान फुटबॉलर अफशान आशिक से मुखातिब होते हुए पीएम ने कहा, 'आप महिलाओं खासकर कश्मीर की महिलाओं के लिए प्रेरणा की एक बड़ी स्रोत हैं। आपका अनुसरण करते हुए देश की लड़कियां खुद को मजबूत बनाएंगी।' जबकि मिलिंद सोमन से बातचीत में पीएम ने कहा, 'आप मेक इन इंडिया पहल के बड़े समर्थक हैं। फिटनेस के लिए उम्र की कोई बाधा नहीं है।' इस पर सोमन ने कहा, 'मेरी माता मुझे प्रेरित करती हैं और मैं भी उन्हें प्रेरित करता हूं। आपको पहले खुद को समझना होता है इसके बाद एक्सरसाइज की रूटीन बनानी होती है।'
रुजुता दिवेकर ने फिटनेस पर दी राय
पीएम मोदी ने 'इट लोकल, थिंक ग्लोबल' मोटो के लिए न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर को धन्यवाद दिया। इस दिवेकर ने 'दाल चाव' और 'घी' के नाम पर घरों का नामकरण किए जाने की पीएम मोदी के पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, 'अमेरिकी नागरिक गूगल पर सर्च करते हैं कि 'घी' का उच्चारण किस तरीके से किया जाए।'
पीएम बोले-'मां पूछती हैं हल्दी ली कि नहीं'
कार्यक्रम के दौरान पीएम ने कहा, 'सप्ताह में एक या दो बार मेरी अपनी मां से बात होती है। वह मुझसे हमेशा एक बात पूछती हैं कि मैं हल्दी ले रहा हूं या नहीं। जब आप बिना किसी लालच के दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ काम रते हैं तो कोई समस्या नहीं होती और जब आप अनिच्छा से कोई काम करते हैं तो आप उस काम को एंज्वॉय नहीं कर पाते। लेकिन जब आप किसी काम को पूरे मन से करते हैं तो आप केवल एंज्वॉय ही नहीं करते बल्कि यह काम आपको ऊर्जा भी देता है।'