Floods in Varanasi: उत्तर प्रदेश के वाराणसी (पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र) में सोमवार (29 अगस्त, 2022) को गंगा का जल स्तर खतरे के निशान के पार चला गया। नदी का पानी 64 सेंटीमीटर ऊपर आकर बहने लगा, जिसके चलते नमो घाट समेत कई और घाट अधिक डूबे नजर आए। वहां के सेल्फी प्वॉइंट्स पर बने हाथ जोड़े योगा वाले सिगनल्स भी पानी में डूबे हुए मिले। नदी का बहाव भी इस दौरान वहां काफी तेज और खतरनाक नजर आया।
जल स्तर बढ़ने की वजह से कई इलाकों में पानी घुस आया। नतीजतन कुछ जगहों पर लोग नावों के जरिए आते-जाते दिखाई दिए। इस बीच, डीएम कौशल राज शर्मा की ओर से पत्रकारों को बताया गया था कि शाम तक गंगा का पानी स्थइर हो सकता है। वाराणसी में गंगा के जल स्तर बढ़ने के कारण 17 हजार परिवार प्रभावित हुए हैं।
बिहार में गंगा-कोसी का स्तर बढ़ा, निचले इलाकों में चढ़ा बाढ़ का पानी
इस बीच, बिहार में गंगा के जलस्तर में वृद्धि के बाद गंगा के किनारे क्षेत्रों में परेशानी बढ़ गई है। निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, रविवार को बिहार में गंगा बक्सर से लेकर पटना तक खतरे के निशान को पार कर चुकी है। विभाग के मुताबिक गंगा नदी पटना के गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर के कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
मंत्री सिंधिया ने MP के बाढ़ग्रस्त इलाके का किया दौरा
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के बाढ़ प्रभावित ग्वालियर-चंबल क्षेत्र का दौरा किया और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्थिति तथा राहत उपायों पर चर्चा की। सिंधिया ने इस दौरान प्रभावित लोगों से मुलाकात भी की। वह रविवार को भोपाल पहुंचे थे। मध्य प्रदेश में पिछले हफ्ते भारी बारिश हुई थी, जिससे राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई थी।