नई दिल्ली: भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने उन्नाव रेप पीड़िता की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही निराशाजनक है कि आज हम सभी एक राष्ट्र के रूप में विफल हो गए हैं। उन्होंने कहा, 'आज मुझे शर्म आती है; मैंने हमेशा एक भारतीय के रूप में अपने आप पर गर्व महसूस किया है लेकिन आज हम लड़की को बचाने में सक्षम नहीं थे। मुझे लगता है कि हम सभी को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हम सभी को भारतीय के रूप में यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए, हम फिर से विफल रहे, हम एक राष्ट्र के रूप में विफल रहे।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'हमें बलात्कार जैसे मुद्दों का राजनीतिकरण कभी नहीं करना चाहिए; यह किसी के जीवन का मामला है मुझे लगता है कि एक राष्ट्र के रूप में हमें सभी लड़कियों के लिए खड़ा होना चाहिए। महिला सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।'
गंभीर ने कहा, 'मैं इस देश को महिलाओं के लिए उतना ही चाहता हूं जितना ये पुरुषों के लिए है। उन्होंने राष्ट्र के निर्माण में बहुत योगदान दिया है। महिलाओं की ड्रेसिंग स्टाइल नहीं, मानसिकता बदलने की जरूरत है।'
क्रिकेटर से नेता बने गंभीर ने आगे कहा कि सख्त कानून लागू किए जाने चाहिए और न्यायिक प्रणाली को बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छी तरह से शिक्षित किया जाना चाहिए और व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता है।
बलात्कार के आरोपियों को सजा देने में देरी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'बलात्कार के मामलों में फांसी को कानूनी बनाया जाना चाहिए। आरोपियों को एक महीने के भीतर सजा दी जानी चाहिए।'
उन्नाव मामले पर गंभीर ने ट्वीट भी किया और कहा, 'हम फिर से विफल रहे हैं।'
गौरतलब है कि आग के हवाले की गई उन्नाव बलात्कार पीड़िता ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। बलात्कार के आरोपियों सहित पांच लोगों ने उसे अदालत जाते समय आग के हवाले कर दिया था। गुरुवार तड़के पीड़िता पर हमला किया गया था। 90 प्रतिशत से ज्यादा झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शुक्रवार देर रात उसने दम तोड़ दिया।