- बिहार में बुधवार को महागठबंधन की सरकार एक बार फिर बनी
- तेजस्वी यादव एक बार फिर बने डिप्टी सीएम, नीतीश कुमार सीएम
- नई सरकार के आने के बाद राज्य में अपराध की कई घटनाएं हुई हैं
Giriraj Singh : बिहार में सात साल बाद बुधवार को महागठबंधन की सरकार एक बार फिर बनी। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की दोबारा शपथ ली। उनके साथ राजद से तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम की कमान संभाली। इस नई सरकार के अस्तित्व में आने के बाद बीते 24 घंटे में राज्य में अपराध की कई घटनाएं सामने आई हैं। अपराध की इन घटनाओं ने नीतीश और तेजस्वी यादव को घेरने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मौका दे दिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपराध की घटनाओं का हवाला देकर महागठबंधन की सरकार पर तंज कसा है।
अपने ट्वीट में गिरिराज सिंह ने कहा कि 'अचानक रोजगार में हुई बढ़ोतरी रुझान आना शुरू...पटना के बुद्धा टोयोटा में लूट एवं हत्या, मुजफ्फरपुर के बीबीगंज में व्यवसाई के घर से 50 लाख की लूट, गोपालगंज में स्वर्ण व्यवसाई का अपहरण। बिहार में बहार है..नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव की सरकार है। बिहार में जंगल राज फिर से।'
अपने एक अन्य ट्वीट में सिंह ने कहा, 'मोर सईयां भइले कोतवाल अब डर काहे का। महागठबंधन की नई सरकार को अपराधियों की सलामी। बिहार में बहार है नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव की सरकार है।' भाजपा से अलग होकर राजद के सहयोग से सरकार बनाने पर भाजपा नीतीश कुमार को घेरने पर लगी है। उसने कहा है कि नीतीश कुमार ने चुनाव में एनडीए को मिले जनाधार से धोखा किया है।
वहीं, बुधवार को डिप्टी सीएम का पद संभालने वाले तेजस्वी यादव ने गुरुवार को अपना कामकाज संभाल लिया। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को जश्न न मनाने के लिए कहा है। अपने ट्वीट में तेजस्वी ने कहा, 'धन्यवाद बिहार। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि हर बिहारवासी की उम्मीदों पर खरा उतर सकूं। सभी समर्थकों से आग्रह है जश्न मनाने की बजाय काम पर लग जाएं। गरीब-गुरबा को गले लगाए व ईमानदारी से उनकी समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें। आइये हम सब मिलकर बिहार को और अधिक बेहतर बनाएं।'
राज्यसभा में भाजपा सांसद सुशील मोदी ने भी बुधवार को नीतीश पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार देश के उप राष्ट्रपति बनना चाहते थे और जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा के मंत्रियों के साथ बात की थी। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, 'नीतीश भारत के उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे। जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसे लेकर भाजपा के मंत्रियों से बात की थी।' बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ को अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना था। धनखड़ ने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को हराकर शीर्ष पद पर काबिज हो गए।