- कांग्रेस की एक पुस्तक में सावरकर-गोडसे के बारे में लिखी गई हैं आपत्तिजनक बातें
- स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि उन्होंने सुना है कि राहुल गांधी 'होमोसेक्सुअल' हैं
- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अमित मालवीय ने कांग्रेस पर निशाना साधा
नई दिल्ली : कांग्रेस की एक पुस्तक में वीर सावरकर एवं नाथूराम गोडसे के बारे में आपत्तिजनक बातें सामने आने के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने पलटवार किया है। चक्रपाणि ने सोमवार को कहा कि महासभा के पूर्व अध्यक्ष सावरकर के खिलाफ हास्यास्पद आरोप लगाए गए हैं और 'हमने सुना है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 'होमोसेक्सुअल' हैं।' इस पुस्तक के सामने आने के बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हुई है।
बता दें कि कांग्रेस सेवा दल की एक पुस्तक में वीर सावरकर एवं नाथूराम गोडसे के संबंधों पर आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। इस किताब में दावा किया गया है कि 'गोडसे और सावरकर के बीच शारीरिक संबंध थे।' इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चक्रपाणि ने शुक्रवार को कहा, 'हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष सावरकर जी के खिलाफ लगाए गए आरोप हास्यास्पद हैं...इसी तरह हमने भी सुना है कि राहुल गांधी होमोसेक्सुअल हैं।'
इस विवाद पर कांग्रेस नेता लालजी देसाई ने किताब में किए गए दावों का बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि लेखक ने सबूतों के आधार पर अपनी किताब लिखी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है और हमारे देश में सभी को अपनी बात रखने का अपना अधिकार है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस सेवा दल की 10 दिनों के कैंप के दौरान कांग्रेस ने यह पुस्तक वितरित की। इस किताब में दावा किया गया है कि सावरकर ने अपने अनुयायियों को अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं का रेप करने के लिए उकसाया और जब वह 12 साल के थे तो उन्होंने मस्जिदों पर पत्थर फेंके।
वहीं, भाजपा के मीडिया सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कांग्रेस और उसके संगठन वीर सावरकर का लगातार अपमान कर रहे हैं जबकि शिवसेना मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चिपकी हुई है। यह कुछ और नहीं बल्कि बाला साहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे को अपमानित करने का कांग्रेस का एक तरीका है। बाला साहेब ने अपनी विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया।'
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'वह दिन दूर नहीं जब कांग्रेस जिन्ना पर किताब जारी करेगी और यह बताएगी कि वह कितने अच्छे नेता थे। कांग्रेस जिन्ना की विचारधारा पसंद करती है और यही कारण है कि वह सावरकर को गाली देती है।'