- परिवारवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर PM की तुलना कृष्ण से की
- 182 सीटों पर जीत हासिल करना मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है- वाला
- 'चौथी-पांचवीं पार्टी एंट्री करती है, तो भी सिर्फ भाजपा ही जीतेगी'
Vajubhai on PM Narendra Modi and Lord Krishna: कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल वजुभाई वाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भगवान श्री कृष्ण से तुलना कराई है। उन्होंने कहा है कि जैसे वासुदेव ने अपने अधर्मी रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ा था। ठीक वैसे ही प्रधानसेवक भी काम कर रहे हैं। यह टिप्पणी उन्होंने शुक्रवार (19 अगस्त, 2022) को गुजरात के राजकोट में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर निकाले गए एक जुलूस के दौरान की। पत्रकारों को इस दौरान उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण की तरह ही पीएम भाई-भतीजावाद को खत्म करने की कोशिशें कर रहे हैं।
'जैसे अधर्मियों को द्वारकाधीश ने न छोड़ा, वैसे ही PM भी...'
गुजरात के पूर्व मंत्री ने आगे बताया, “प्रधानमंत्री मोदी भारत और उसकी संस्कृति को सफल बनाने के लिए काम कर रहे हैं। 15 अगस्त को उन्होंने देश से कहा कि हमें भारत को भ्रष्टाचार-मुक्त बनाना है। हमें महिलाओं को सशक्त बनाना है और भाई-भतीजावाद के खिलाफ चेतावनी भी दी है।’’ वाला के मुताबिक, “पीएम देश में भाई-भतीजावाद को खत्म करने के लिए उसी तरह काम कर रहे हैं जैसे भगवान कृष्ण ने किया था। कृष्ण ने अधार्मिक लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अपने रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ा जो गलत काम कर रहे थे, उन्होंने कंस और शिशुपाल का वध कर दिया।’’ वाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी "वही काम" कर रहे हैं।
गुजरात के विधानसभा चुनाव को लेकर क्या बोले?
भाजपा के सीनियर नेता ने धर्म सभा में कहा कि महाभारत काल के दौरान भगवान कृष्ण एकतरफा लड़ाई लड़ रहे थे और प्रधानमंत्री वर्तमान समय में भाई-भतीजावाद के खिलाफ लड़ रहे हैं। बकौल वाला, "मेरा मानना है कि राज्य विधानसभा में सभी 182 सीटों पर जीत हासिल करना मुश्किल है, लेकिन असंभव नहीं है। जिस प्रतिबद्धता के साथ पार्टी काम कर रही है और जिस दृढ़ संकल्प के साथ वह चुनाव लड़ रही है, उसे देखते हुए पूरा विश्वास है कि मेहनत रंग लाएगी।"
केजरीवाल की AAP की एंट्री पर दिया यह बयान
बाकी और भाजपा नेताओं की तरह वाला भी सूबे के विस चुनावों में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की एंट्री से हैरान-परेशान नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर तीसरी या चौथी और पांचवीं पार्टी राज्य की चुनावी राजनीति में प्रवेश करती है, तो भी सिर्फ भाजपा ही जीतेगी। वाला के अनुसार, "जनता इस बात से अच्छी तरह वाकिफ है कि किस पार्टी ने किस तरह के विकास कार्य किए हैं। भाजपा लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और यही कारण है कि वे भाजपा को ही वोट करते हैं।"